पुण्य सलिला के घाटों पर डुबकी के लिए उमड़ा जनसैलाब

पुण्य सलिला के घाटों पर डुबकी के लिए उमड़ा जनसैलाब

जबलपुर। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पुण्य सलिला मां नर्मदा के घाटों पर सोमवार तड़के से जनसमुदाय उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक रही कि सारी व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गर्इं। करीब 500 की संख्या में व्यवस्था में जुटा पुलिस बल भी भीड़ के आगे अपर्याप्त समझ में आ रहा था। हालाकि अव्यवस्थाओं पर श्रद्धा हावी रही और लोगों ने स्नान-दान कर पुण्य अर्जित किया। सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं का आगमन गौरीघाट में होता है जहां ऊपर से लेकर नीचे घाट तक अस्थाई दुकानों के अतिक्रमणों ने श्रद्धालुओं के लिए कपड़े रखने तक की जगह नहीं छोड़ी। महिला श्रद्धालुओं को वस्त्र बदलने के लिए चेंजिंग रूम की कमी दिखी। अव्यवस्थित पार्किंग ने आवाजाही मुश्किल कर दी। गौरीघाट,उमाघाट व आसपास 2 सैकड़ा से ज्यादा दुकानें लगी हुई हैं। जिसे जहां जगह मिली वहीं दुकान लगा लीं। घाटों पर बड़ी संख्या में पार्क नावों ने भी लोगों के लिए परेशानी खड़ी की। गौरीघाट, तिलवारा घाट, भेड़ाघाट में बड़ी संख्या में लोग स्नान के लिए पहुंचे।

अस्थाई दुकानों ने किया रास्ता जाम

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर जहां घाटों पर सोमवार तड़के से जनसमुदाय उमड़ पड़ा जहां ऊपर से लेकर नीचे घाट तक अस्थाई दुकानों के अतिक्रमणों ने श्रद्धालुओं के लिए कपड़े रखने तक की जगह नहीं छोड़ी जिससे अव्यवस्थित पार्किंग ने श्रद्धालुओं की आवाजाही मुश्किल कर दी। वहीं घाटों पर बड़ी संख्या में पार्क नावों ने भी लोगों के लिए परेशानी खड़ी की। इसके साथ ही महिला श्रद्धालुओं को वस्त्र बदलने के लिए चेंजिंग रूम की कमी दिखी।

नर्मदा पंचकोशी परिक्रमा भेड़ाघाट में कुंभ सा नजारा

हरे कृष्णा आश्रम भेड़ाघाट से कार्तिक पूर्णिमा सोमवार को सुबह 4:00 बजे से नर्मदा पंचकोशी परिक्रमा करने के लिए श्रद्धालु संकीर्तन करते हुए गीत गाते हुए नर्मदे हर का उद्घोष करते हुए छोटे-छोटे समूहों में निकले रातो में ही घाटों में आश्रम में भक्तों का विशेष जमावड़ा हो गया था परिक्रमा के संरक्षक एवं नर्मदा महाआरती के संस्थापक डॉक्टर सुधीर अग्रवाल ने बताया परिक्रमा मैं श्रीशैलम तीर्थ क्षेत्र से आई सवा लाख बतियो से नर्मदा मैया की महाआरती की गई परिक्रमा संचानक भगवान हनुमान जी की सूक्ष्म उपस्थिति में संतों के देश के शहीद परिवारों के सानिध्य में पंचकोसी परिक्रमा प्रारंभ हुई। मंच पर बद्रीनाथ धाम से पधारे बफार्नी बाबा किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर पुष्पानंद गिरी कैट शर्मा लोकमान्य तिलक के प्रपोत्र शैलेश तिलक, आखिलेश्वरानन्द महाराज,नरसिंह दास महाराज,ज्ञानेश्वरी दीदी,स्वामी प्रकाशनंद,स्वामी कालीनद,स्वामी अरूणानंद, महाराज, स्वामी पुरुषोत्तमनंद,महंत रामेश्वर दास,स्वामी पगलानंद की उपस्थिति में निकाली गई कई संकीर्तन मंडल नर्मदे हर का गुणगान करते हुई चल रही थी। परिक्रमा पंचवटी 64 योगिनी धुआंधार गोपालपुर होते हुए लमेटाघाट में नाव द्वारा पार कर शनि मंदिर होते हुए डुडुवारा इमलिया न्यू भेड़ाघाट से सरस्वती घाट नाव द्वारा नर्मदा जी को पार कर हरे कृष्णा आश्रम भेड़ाघाट में विशाल भंडारे के साथ नर्मदा पंचकोशी परिक्रमा का समापन होता है।

महापौर भी हुए शामिल

पंचकोषी यात्रा में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू सम्मिलित हुए। जहां उनके द्वारा सर्वप्रथम मां नर्मदा का पूजन अर्चन किया इसके पश्चात उपस्थित सभी संतगणों से आशीर्वाद प्राप्त किया। महापौर ने इस मौके पर उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को कार्तिक पूर्णिमा एवं देव दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इसके लिए पंचकोशी यात्रा में भाग लेने वाले सभी श्रद्धालुओं द्वारा महापौर के प्रति कृतज्ञता अर्पित करते हुए उन्हें साधूवाद ज्ञापित किया।