निगम अमले ने साउथ तोड़ा में दो जर्जर मकानों को किया जमींदोज
बारिश के कारण हो रहा था कटाव, नदी किनारे होने से दिखने लगे थे बीम-कॉलम
इंदौर। बारिश में हादसे रोकने निगम लगातार जर्जर मकानों पर बुलडोजर चला रहा है। साउथ तोड़ा के दो मकानों के बीम- कॉलम नदी की मिट्टी धंसने से उभर आए थे। इससे हादसे का अंदेशा था। जनहानि रोकने निगम ने दोनों मकानों को जमींदोज कर दिया है। ये मकान 30 साल पुराने थे, जहां वर्ग विशेष के 18 सदस्य रहते थे। निगम के इंजीनियर अनूप गोयल ने बताया कि पिछले दिनों नदी सफाई का अभियान चलाया गया था। तब नदी किनारे मकान वालों को सचेत किया था कि वे सुरक्षा की दृष्टि से अन्यत्र चले जाएं। मिट्टी के लगातार धंसने से उनके मकान गिर सकते हैं, लेकिन रहवासियों ने इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझा। निगमायुक्त हर्षिका सिंह के आदेश पर रिमूवल की कार्रवाई की गई। बचे हुए 50 मकान मालिकों को भी कहा गया है कि वे बारिश के चलते यहां से कहीं और चले जाएं, हादसा होने पर भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
रहवासियों ने लगाए आरोप
♦ रहवासी मुमताज बी का कहना था कि इतने बड़े मकान को बनाने में जीवनभर की पूंजी लग जाती है और निगम ने बारिश का कारण बताकर उसे तोड़ दिया, जबकि उनके आशियाने को किसी प्रकार का खतरा नहीं था। निगम सही समय पर ध्यान देता तो यह मिट्टी कटाव नहीं होता। केवल दो मकान ही क्यों तोड़े, बाकी पर कार्रवाई कब होगी। चुनिंदा मकानों को तोड़कर नगर निगम अपनी पीठ थपथपा रहा है।
♦ मोहम्मद खालिद ने कहा कि यह मकान इस तरह से जर्जर नहीं हुए हैं। निगम की लापरवाही से ही मिट्टी कटाव हुआ है। मिट्टी कटाव नहीं होता तो मकान टूटने से बच जाते।