जेल से निकला हत्या के दोषी का काफिला
इंदौर। वीआईपी वाहनों तक के लिए प्रतिबंधित सेंट्रल जेल परिसर क्षेत्र से सजा माफी के बाद जेल से रिहा हुए एक कथित रंगबाज के सामने आए कथित वीडियो ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह वीडियो शैलू जायसवाल नामक आरोपी ने स्वयं अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया है। दरअसल, शैलू उन 22 कैदियों में शामिल है, जिन्हें स्वतंत्रता दिवस पर सजा माफी के छोड़ा गया है। जेल से छूटने के दौरान शैलू अपने समर्थकों के साथ गले में हार-फूलमाला पहने किसी अजय योद्धा की तरह लक्झरी गाड़ियों के काफिले पर सवार जेल से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहा है।
सूत्रों का दावा है शैलू के साथ अश्विन सिरोलिया भी दिखाई दे रहा है। ये वही अश्विन है, जिस पर पूर्व विधायक गोपी नेमा के घर पर हमला करने का भी आरोप रहा है। जेल के गेट से बाहर निकलते ही बड़ी संख्या में उसके साथी मौजूद दिखाई दे रहे हैं। काफिले के बैक ग्राउंड में दक्षिण भारतीय फिल्म का म्यूजिक भी बज रहा है। शैलू जिस कार से बाहर निकल रहा है, उसकी नंबर प्लेट पर विधायक लिखा हुआ था। शहर के रास्तों पर ढोल-ढमाके के साथ उसकी कार के पीछे वाहनों का बड़ा काफिला है। रास्ते में उससे कई लोग मिलते दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान कुछ लोग उससे रास्ते में हाथ भी मिला रहे है। बताया जा रहा है कि उसके साथ युवाओं की बड़ी टीम है। इस पूरे मामले में सवाल है कि अच्छे आचरण को लेकर जेल से सजा माफी की जाती है। जेल से छूटते ही सामने आए शैलू का ऐसा कैसा अच्छा आचरण रहा होगा?
होगी विधिक कार्रवाई - डीजी जेल
डीजी जेल प्रशासन राजेश चावला ने बताया कि इस तरह का वीडियो बनाने की अनुमति नहीं है। जेल के इस परिसर में कार ले जाने की अनुमति भी नहीं है। मुझे इस वीडियो की जानकारी नहीं है। मैं इंदौर के अफसरों से बात करके जानकारी लेता हूं। जो भी दोषी होगा, उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।