वक्फ बोर्ड भोपाल में मोती मस्जिद को लेकर विवाद नगर निगम बनवा रहा शौचालय, उठ रहे सवाल
ग्वालियर। फूलबाग स्थित मोती मस्जिद आधिपत्य, स्वामित्व को लेकर विवाद नगर निगम व वक्फ बोर्ड भोपाल में मामला चल रहा है, लेकिन इस विवाद की अनदेखी कर निगम उसमें लगभग 7 लाख की राशि से शौचालय बनवा रहा है। जिस पर सवाल उठ रहे है कि आखिर विवादित संपत्ति के मामले में निर्णय आए बिना निगम 7 लाख की रकम किस दबाव में खर्च कर रहा है, क्योंकि विवादित क्षेत्र का उपयोग आम लोगों की पहुंच से दूर है।
नगर निगम ग्वालियर व वक्फ बोर्ड मध्यप्रदेश मोती मस्जिद के बीच उच्च न्यायालय ग्वालियर में डब्ल्यूपी याचिका क्रमांक 3751/2018 दायर की गई थी, जिसमें केवल नगर निगम पार्टी होने पर माफी औकाफ को भी शामिल करने के लिए आवेदन दिया था और उसे न्यायालय ने स्वीकार कर लिया था और वर्तमान में मामले को लेकर भोपाल वक्फ बोर्ड में मामला लंबित है। चूंकि इस मामले में पहले ओआईसी नगर निगम आयुक्त को बनाया गया था, लेकिन मामले की गंभीरता के चलते निगम द्वारा डीओ लेटर से कलेक्टर को अवगत कराया गया और अब वहां से माफी औकाफ तहसीलदार को केस का ओआईसी बनाया गया है।
मस्जिद प्रबंधन के हिसाब से हो रहे काम
मोती मस्जिद में लगभग 7.27 लाख की लागत से शौचालय मरम्मत/ निर्माण कार्य प्रस्तावित है, लेकिन निर्माणकर्ता फर्म से जुड़े जानकारों की मानें तो मस्जिद प्रबंधन शौचालय के अलावा अपने हिसाब से बैठकर हाथ धोने की व्यवस्था करने के लिए दबाव बना रहा है, जिसके चलते स्थानीय जनप्रतिनिधि के पास भी मामला पहुंचा है।
राजस्व शाखा से भी नहीं किया पत्राचार
निगम जानकारों की मानें तो निगम संपत्ति के विवादित होने पर उस पर निर्माण के संबंध में विभागीय राजस्व शाखा से पत्राचार कर जानकारी ली जानी चाहिए थी, लेकिन टेंडर, वर्कआर्डर व जमीनी कार्य शुरू होने तक अधिकारियों ने राजस्व शाखा से कोई पत्राचार नहीं किया है।