नफरत फैलाने वाली संस्थाओं पर बैन लगाएगी कांग्रेस
कर्नाटक। कांग्रेस ने 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव से घोषणा पत्र जारी कर जनता के सामने पार्टी के संकल्पों को रखा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नफरती संगठनों पर कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर विपक्ष के नेता सिद्धारमैया, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार समेत कई नेता मौजूद रहे। कांग्रेस ने घोषणापत्र में प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया (पीएफआई) की तुलना संघ से जुड़े विश्व हिंदू परिषद की युवा शाखा बजरंग दल से करते हुए कहा कि वह ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाएगी, जो दुश्मनी या नफरत को बढ़ावा देते हैं। खड़गे ने कहा, अगर पार्टी राज्य में सत्ता में आती है तो नफरत फैलाने वाले संगठनों पर प्रतिबंध लगाने सहित कानून के अनुसार कार्रवाई होगी। वहीं कांग्रेस ने गृह ज्योति योजना के तहत सभी को 200 यूनिट मुμत बिजली देने का वादा किया। अन्ना भाग्य योजना के तहत बीपीएल परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को उसकी पसंद का 10 किलो अनाज दिया जाएगा। गुरु लक्ष्मी योजना के परिवार की प्रत्येक महिला मुखिया को हर महीने 2,000 रुपए दिए जाएंगे।
बजरंग बली को कैद करना चाहती है कांग्रेस: मोदी
इधर कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने विजयनगर की चुनावी रैली में कहा कि कांग्रेस ने भगवान राम को ताले में बंद रखा और अब बजरंग बली को कैद करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, दुर्भाग्य देखिए, मैं आज जब यहां हनुमान जी को नमन करने आया हूं, उसी समय कांग्रेस ने मेनिफेस्टो में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है। पहले श्री राम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है। असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, यह मुसलमान घोषणा पत्र है और जिन्ना भी ऐसा मेनिफेस्टो नहीं जारी करते। उन्होंने कहा कि पीएफआई पर पहले से ही बैन लग चुका है। इसलिए कांग्रेस कह रही है कि हमारी सरकार आई तो बजरंग दल पर बैन लगा देंगे।