कांग्रेस के वचन पत्र में 101 गारंटी देने का वादा
इंदौर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों में अपनी पहली सूची जारी करने के बाद कांग्रेस ने अपना घोषणा-पत्र भी जारी कर दिया है। कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र को वचन-पत्र का नाम दिया है। कांग्रेस ने अपने वचन-पत्र में 101 गारंटी देने का वादा किया है। साथ ही कर्नाटक और राजस्थान की तर्ज पर कई योजनाएं लागू करने का वादा किया है। इस दौरान इंदौर में भी शहर कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला कर पत्रकारों के समक्ष अपने वचन-पत्र का विमोचन किया। कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय प्रवक्ता चरणसिंह सपरा ने मुख्य वक्ता के रूप में कांग्रेस के वचन-पत्र के मुख्य बिन्दुओ को पत्रकारों के समक्ष रखने के साथ ही भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस ने अपने वचन-पत्र में एक बार फिर किसान कर्जमाफी का राग अलापा है। कांग्रेस ने किसानों की कर्जमाफी, किसानों को ंिसचाई हेतु 5 हार्सपावर मुμत बिजली, किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मुकदमों की वापसी, गो ग्रास अनुदान में बढ़ोत्तरी जैसे कई वादें किए हैं। साथ ही नंदिनी गो धन योजना के माध्यम से 2 रुपए प्रति किलो की दर पर गोबर खरीदने का वादा भी किया गया है।
लाड़ली बहना की तर्ज पर नारी सम्मान योजना का वादा
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू की गई लाड़ली बहना योजना की तर्ज पर नारी सम्मान योजना शुरू करने का वादा किया है, जिसके तहत 1500 रुपए प्रतिमाह प्रदेश की सभी महिलाओं को दिए जाएंगे, वहीं बेटियों के लिए मेरी बिटिया रानी योजना प्रारंभ करने की भी बात की गई है। इंदौर में कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने वचन-पत्र के कई अहम बिन्दुओ पर चर्चा की तथा भाजपा सरकार पर निशाना साधा। इस दौरान चरणसिंह सपरा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा आरोप लगाते हुए उन्हें ठगराज सिंह नाम दे दिया। कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंदौर शहर अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा समेत राऊ से कांग्रेस प्रत्याशी जीतू पटवारी, इंदौर 4 स राजा मंगवानी तथा इंदौर 1 से संजय शुक्ला भी शामिल रहे।
मैं कैलाश के लिए कोई कटाक्ष करूं, मेरी इतनी हैसियत नही : जीतू पटवारी
मप्र के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय की पहचान पूरे देश में है और सबसे बड़ी बात तो यह है कि वह इंदौर का बेटा है। यह भावना हमें प्रसंग करती है कि हमारे यहां का बेटा जिसे पूरा देश जानता है। इसके अलावा कैलाश जी के बयानों की मैं बात करूं तो वह जिस तरह के बयान देते हैं वह भी पूरे देश में सुने जाते हैं। न मेरी उम्र और न मेरा अनुभव है और न मेरी इतनी हैसियत है कि मैं उनके लिए कोई कटाक्ष करूं पर उनको छोटे और ओछे बयानों से बचना चाहिए। मैं मानता हूं कि पार्टी अलग है और विचार भी भिन्न है ं, पर इंदौर का एक संस्कार है। कैलाश जी एक अलग राजनीतिक दल के हैं.. पर हैं तो एक राजनीतिक आदमी। उनको देखकर पार्टी के छोटे कार्यकर्ता आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं। मैं भी उनको देखता हूं क्योंकि हमें भी देश में नाम कमाना है.. तरक्की करना है। वह अगर ऐसी भाषा का उपयोग करेंगे तो भावी पीढ़ी को सीख क्या मिलेगी? उन्हें ऐसी भाषा का उपयोग नहीं करना चाहिए।