कांग्रेस का कुनबा बढ़ा, विद्रोह ने बढ़ाई चिंता

कांग्रेस का कुनबा बढ़ा, विद्रोह ने बढ़ाई चिंता

भोपाल। विधानसभा चुनाव के लिए पहली सूची होेने के बाद कहीं खुशी- कहीं गम की स्थिति बन गई। प्रदेश की कई विधानसभा क्षेत्रों से नाराजगी के स्वर उभर के आए तो भाजपा-बसपा के नेताओं की आमद से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय गुलजार भी रहा। पूर्व मंत्री महेंद्र बौद्ध, गाडरवारा के भाजपा नेता गौतम पटेल समेत ने कांग्रेस की सदस्यता ली। सागर जिले की राहतगढ़ नगर परिषद के अनेक पार्षद कांग्रेस में शामिल हो गए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में विभिन्न जिलों के भाजपा, बीएसपी एवं अन्य पार्टी के कद्दावर नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की । पूर्व मंत्री महेन्द्र बौद्ध ने सेवढ़ा की पूर्व अध्यक्ष नगर पंचायत सेवढ़ा कमला दिवाकर यादव समेत सैकड़ों साथियों के साथ कांग्रेस में घर वापसी की। निवाड़ी के बीएसपी नेता उमेश यादव ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। पहली सूची के बाद ग्वालियर और इंदौर में विरोध भी शुरू हो गया है। इंदौर के विस 4 में कार्यकर्ताओं ने पुतला फूंका।

गौतम के साथ जनपद, नगर पालिकाओं के पार्षद भी आए

नरसिंहपुर जिले में बड़ा फेरबदल हुआ है। पूर्व विधायक और पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े गौतम पटेल ने सोमवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया। गाडरवारा से कांग्रेस की सुनीता पटेल विधायक हैं, जबकि भाजपा ने इस बार होशंगाबाद-नरसिंहपुर क्षेत्र के सांसद राव उदय प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाया है। गौतम वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य भी हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें उदय प्रताप सिंह के मुकाबले उतार सकती है। हालांकि गौतम पटेल ने कहा कि टिकट का फैसला पार्टी को करना है अब मैं कांग्रेस के साथ हूं। पटेल के साथ कई जनपद पदाधिकारी, सदस्य, 25 सरपंच, गाडरवारा नगर पलिका से 6 पार्षद, चीचली नगर परिषद से 4 पार्षद, सालीचौका नगर परिषद से 4 पार्षद और चारों नगर मंडल के सैकड़ों पदाधिकारी कांग्रेस में शामिल हुए। सागर जिले से जन न्याय दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृज बिहारी चौरसिया के नेतृत्व में दल के पदाधिकारी भी कांग्रेस में शामिल हुए। रायसेन के नेता भंवरलाल पटेल ने भी समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ली।

सागर जिले के राहतगढ़ की परिषद कांग्रेस में

सुरखी विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी नीरज शर्मा के नेतृत्व में राहतगढ़ नगर परिषद अध्यक्ष गोलू राय प्रियंका सहित अन्य पार्षदों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। 15 सदस्यीय परिषद में भाजपा के 5 सदस्य बचे। एनपी प्रजापति नाथ से मिले: गोटेगांव से टिकट कटने के बाद पूर्व विस स्पीकर नर्मदाप्रसाद प्रजापति कमलनाथ से मिले लेकिन इस बारे में उन्होंने मीडिया से कोई बात नहीं की।

ग्वालियर, मुरैना और भिंड में विरोध के स्वर फूटे

कांग्रेस विधायक प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने पर पार्टी नेताओं के अंदर विरोध के स्वर फूटने लगे हैं। डबरा से सुरेश राजे के टिकट पर कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। भिंड, मुरैना जिलों में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच नाराजगी है। सबसे पहले नाराजगी के स्वर ग्वालियर ग्रामीण से केदार कंसाना और कल्याण कंसाना के सामने आए हैं। दतिया से भाजपा से आए अवधेश नायक को कांग्रेस का टिकट देने से पार्टी कार्यकर्ताओं विशेषकर राजेन्द्र भारती समर्थकों में नाराजगी है।

इंदौर: विधानसभा क्षेत्र 4 में प्रदर्शन, पुतला दहन

कांग्रेस की पहली सूची में इंदौर विधानसभा क्षेत्र 4 से घोषित प्रत्याशी का विरोध शुरू हो गया है। यहां से राजा मंधवानी को अपना उम्मीदवार बनाया है । कांग्रेस प्रत्याशी के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय गांधी भवन के सामने राजा मंधवानी का पुतला भी फूंका। हालात बेकाबू होते देख पुलिस को मामला संभालने आना पड़ा। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को खदेड़ कर प्रदर्शन खत्म कराया ।

बुधनी विधानसभा में विक्रम ‘हनुमान’ का विरोध

बुधनी विस क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किए गए टीवी कलाकार विक्रम मस्ताल ‘हनुमान’ के खिलाफ भी विरोध के स्वर उठे हैं। बुधनी से कांग्रेस कार्यकर्ता संतोष शर्मा और अन्य सुबह कमलनाथ के निवास पर पहुंचे और विरोध दर्ज कराया।

दतिया के कार्यकर्ताओं का लिखा पत्र वायरल

पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ को लिखा गया दतिया के कार्यकर्ताओं का एक पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें कांग्रेस नेताओं ने प्रत्याशी अवधेश नायक के टिकट पर दोबारा विचार करने को कहा है। नायक हाल ही में भाजपा से कांग्रेस में आए हैं।

4 हजार दावेदार थे, सभी कहते थे कि मैं जीतूंगा... हमारा लक्ष्य सामाजिक न्याय है : कमलनाथ

कांग्रेस की पहली सूची जारी होने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ सोमवार को मीडिया से रूबरू हुए। टिकट कटने पर विरोध प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि चार हजार से अधिक दावेदार थे। सभी कहते हैं कि मैं जीतने वाला हूं। कम से कम 1000 लोग मुझसे मिले। मैं उनसे एक ही बात कहता हूं कि यह उम्मीदवार का प्रश्न नहीं है। हमें सब चीज देखनी पड़ती हैं। हमारा लक्ष्य है सामाजिक न्याय। हम एकएक सीट को नहीं बल्कि पूरे जिले को देखते हैं। सपा से गठबंधन के सवाल पर वे बोले कि सपा का उद्देश्य बीजेपी को हराने का है लेकिन हमें स्थानीय स्थिति देखनी है।