कैज्युअल्टी,ट्रोमा सेंटर की व्यवस्था सुधारने बनाई समिति, 8 डॉक्टर शामिल

कैज्युअल्टी,ट्रोमा सेंटर की व्यवस्था सुधारने बनाई समिति, 8 डॉक्टर शामिल

ग्वालियर। भले ही जेएएच समूह के कुछ अस्पताल हाल ही बने नए अस्पताल में शिफ्ट हो गए हैं, लेकिन इसके बाद भी इमरजेंसी में आने वाले मरीज को अब भी पहले कैज्युअल्टी व ट्रोमा सेंटर में ही पहुंचना पड़ता है। यहां पर व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर करने व व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के लिए डीन डॉक्टर अक्षय निगम एवं अधीक्षक डॉक्टर आरकेएस धाकड़ ने एक आदेश जारी कि एक समिति का गठन किया गया है।

अभी तक कोई बड़ी घटना होने पर अधिकारियों को स्वयं पहुंचना पड़ता था, इस समिति में अस्पताल के आठ डॉक्टरों के साथ ही इमरजेंसी निगरानी हेतू एक डॉक्टर नियुक्त किया गया है, लेकिन इमरजेंसी निगरानी के लिए जिन डॉक्टर पंकज श्रीवास्तव को जिम्मेदारी सौंपी गई है उस पर अस्पताल में सवाल उठ रहे हैं। एड्स विभाग में पदस्थ यह डॉक्टर खुद एक साल की नियुक्त किए गए है वह भी परमानेंट नहीं हैं, केवल एक साल के लिए नियुक्त किए गए हैं। इसके साथ ही जितने डॉक्टर इस व्यवस्था की निगरानी के लिए रखे गए हैं उतने मेडिकल ऑफिसर कैज्युअल्टी में ही नहीं है यहां पर केवल दो ही मेडिकल ऑफिसर बचे हुए हैं बाकी को इधर-उधर भेज दिया गया है। ऐसे में अगर व्यवस्था बेहतर करनी है तो मेडिकल आॅफिसर बढ़ाने चाहिए।

इनको किया समिति में शामिल

प्रबंधन द्वारा आठ डॉक्टरों की जो कमेटी बनाई हैं उसका अध्यक्ष न्यूरोसर्जरी विभाग के एचओडी डॉक्टर अविनाश शर्मा को बनाया है। इसके साथ ही सदस्य के तौर पर डॉ. अनुराग चौहान, डॉ. अभिलेख मिश्रा, डॉ. मनीष शर्मा, डॉ. शक्ति सिंघल, डॉ. आशीष माहेश्वरी, डॉ. राजेन्द्र तेहरिया, डॉ. विशंभर गुर्जर को शामिल किया गया है इसके साथ ही डॉ. पंकज श्रीवास्तव को मेडिकल आफिसर को इमरेजेंसी निगरानी के लिए नियुक्त किया है।