कलेक्टरों से छिनेगा मंदिरों की जमीनें नीलाम करने का अधिकार

कलेक्टरों से छिनेगा मंदिरों की जमीनें नीलाम करने का अधिकार

भोपाल। प्रदेश में विधानसभा चुनाव आने के पहले ब्राह्मण समाज को साधने के लिए शनिवार को कई घोषणाएं की गर्इं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर भोपाल के गुफा मंदिर में आयोजित अक्षयोत्सव- 2023 में ऐलान किया कि मंदिरों की गतिविधियों पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं रहेगा। जितनी जमीन मंदिरों के नाम पर हैं, उनको कलेक्टर नहीं बल्कि पुजारी ही नीलाम कर सकेंगे। सीएम ने यह भी घोषणा की है कि प्रदेश में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा और भगवान परशुराम की जन्मस्थली जानापाव में श्री परशुराम लोक का निर्माण होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुफा मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशाल भवन का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कक्षा 8वीं के पाठ्यक्रम में भगवान परशुराम के जीवन- चरित्र को शामिल किया जाएगा।

धर्म, संस्कृति की रक्षा में ब्राह्मणों को विशेष योगदान

सीएम ने कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा के कार्य में ब्राह्मणों ने विशेष योगदान दिया है। विभिन्न अवसरों पर आवश्यक कर्मकांड के लिए शिक्षित और दीक्षित ब्राम्हण अपने दायित्व पूरे करते हैं। प्रदेश में 3,547 संस्कृत शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। शासकीय विद्यालयों में संस्कृत शिक्षकों की आवश्यकता को देखते हुए और भी नियुक्तियां की जाएंगी।

परशुराम लोक एवं धाम की रूपरेखा होगी तैयार

मुख्यमंत्री चौहान भगवान परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां उन्होंने कहा कि जानापाव में श्री परशुराम लोक एवं धाम बनाने की रूपरेखा विद्वानों एवं प्रशासन के साथ मिल कर बनाई जाएगी। जानापाव में 10 करोड़ 59 लाख रुपए के विभिन्न विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इसके लिए राशि स्वीकृत कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने जानापाव में चल रहे विकास कार्यों और कराए जाने वाले कार्यों के संबंध में कार्य योजना की जानकारी भी प्राप्त की। इस मौके पर केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि यह खुशी का विषय है कि जानापाव को तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है। सांसद वीडी शर्मा ने कहा कि भगवान श्री परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव पुण्य-भूमि है। रामकिशोर शुक्ला व राष्ट्रीय परशुराम परिषद के अध्यक्ष सुनील भराला ने भी संबोधित किया।