दो दिन में खुली रखी धान उठाने का वादा करने के पहले ही शहर छोड़ गए कलेक्टर
जबलपुर। किसानों के लिए बाधा बनकर आई बारिश एक बार फिर किसानों को तबाह कर गई है। खास बात ये है कि तत्कालीन कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने 2 दिन में खुले में पड़ी धान उठाने का वादा किया था, इसके पहले ही उनका तबादला हो गया। परिणाम स्वरूप खरीदी केन्द्रों पर खुले में पड़ी धान बारिश में भीग गई और किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हो गया। खरीदी केन्द्रों में खुले में रखी धान बारिश में भीग गई। उल्लेखनीय है कि खुले धान की खरीदी शुरू होने के बाद से 2 बार मौसम ने किसानों के साथ छल किया है। दिसंबर माह में धान खरीदी शुरू होते ही झमाझम बारिश में खेतों-खलिहानों और खरीदी केन्द्रों में पड़ी धान बर्बाद हो गई थी। किसी तरह किसान धान सुखाकर केन्द्रों पर लाए तो दोबारा फिर बारिश से खरीदी केन्द्रों में तुलने आई धान बारिश की भेंट चढ़ गई।
चिंता से कराया था अवगत
जिले के सभी खरीदी केन्द्रों में खुले में पड़ी धान को भारत कृषक समाज के नेतृत्व में किसान प्रतिनिधियों ने कलेक्टर सौरभ सुमन को अवगत कराया था। 3 जनवरी को भाकृस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केके अग्रवाल को स्वयं कलेक्टर ने फोन कर 2 दिन में धान सुरक्षित रखने का वादा किया था। इसके दूसरे ही दिन कलेक्टर का ट्रांसफर होने के बाद धान खुले में पड़ी रही और हाल ही में हुई बारिश से धान का नुकसान हो गया।
परिवहन में देरी, खेतों से खरीदी
जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य किया जा रहा है। लेकिन परिवहन की गति धीमी होने के कारण केन्द्रों में धान खुले में भंडारित है। ऐसे में मौसम के करवट बदलने से खुले में भंडारित धान के खराब होने की संभावना बनी हुई है। सुबह से आसमान में बदली छाए रहने और मौसम विभाग की चेतावनी के चलते अनेक केन्द्रों में खुले में भंडारित धान को तिरपाल के सहारे ढकने सहित वेयर हाउस में जमा करने के कार्य तेज कर दिया गया है। कुछ केन्द्रों में अभी भी लापरवाही से कार्य चल रहा है। किसानों की धान अधिकतर केंद्रों में तुलाई के लिए अटी पड़ी है, किसान भी अपनी फसल की सुरक्षा में अपने स्तर पर जुटा हुआ है। इधर धान परिवहन को लेकर अब यह समस्या आ रही है कि कई जगह खेतों में रखी धान को उठाने के लिए वाहन कीचड़ के कारण मौके पर तक नहीं पहुंच रहा है।
वास्तविक किसानों के उत्पादन का 1-1 दाना खरीदा जाएगा: सक्सेना
नवागत कलेक्टर दीपक सक्सेना ने शुक्रवार को धान उत्पादक किसानों की समस्या का स्वयं बारीकी से निरीक्षण किया। पानी गिरने से किसानों के माथे पर आए बल को खात्म करने का आश्वासन दिया और मौके पर मौजूद किसानो को अन्न का एक एक दाने का मूल्य दिलवाने का भरोसा भी दिया। मौके पर स्थल निरीक्षण के समय पानी गिरने से उत्पन्न समस्या को आनन-फानन में दूर करने के निर्देश दिए। वहीं पाटन तहसील के श्रीराम वेयर हाउस में एकत्रित किसानों के बीच पहुंचकर किसानों की धान खरीदी की समस्या को गंभीरता से सुना और श्री सक्सेना ने किसानों को भरोसा दिलाया कि वास्तविक किसानों की धान का एक एक दाना खरीदेंगे। जो भी धान यदि पानी में भीग गई है उसे भी सुखाकर एफएक्यू के अनुसार तैयार कर खरीदेंगे। श्री सक्सेना ने किसानों से दो दिन के अंदर खरीदी प्रारंभ करने की बात भी कही।