कलेक्टर ने अनाथाश्रम में रह रही चार बालिकाओं को दी स्कूटी

कलेक्टर ने अनाथाश्रम में रह रही चार बालिकाओं को दी स्कूटी

इंदौर। कलेक्टोरेट में आयोजित जनसुनवाई में पहली बार अनाथाश्रम में रहने वाली चार बालिकाओं को स्कूटी प्रदान की। स्कूटी मिलने से बालिकाएं प्राइवेट नौकरी करने आसानी से जा सकेंगी। जनसुनवाई में दिव्यांगों के बाद पहली बार कलेक्टर ने बालिकाओं की मदद की। स्कूटी पाकर बालिकाओं ने जिलाधीश का आभार माना। स्कूटी पाने वाली चारों बालिकाएं कल्पना, सलोनी विश्वकर्मा, अंजलि परमार तथा हरमीत कौर परदेशीपुरा स्थित अनाथ आश्रम में रहती हैं। उन्हें अपने निवास से कार्यस्थल आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। आवागमन में परेशानी के कारण रोजगार के बेहतर अवसर भी प्राप्त नहीं हो पा रहे थे। इसके साथ ही कलेक्टर ने देवेंद्र यादव को 20 हजार तथा ज्योति कौशल को चिकित्सा सहायता के लिए 10 हजार, अनाथ बच्चों की शिक्षा के लिए 10 हजार रुपए की स्वीकृति दी। जनसुनवाई में आए अन्य आवेदकों को शिकायतों के निराकरण का आश्वासन भी दिया।

25 को ट्रायसिकल मिलेगी- दिव्यांगजनों को विभिन्न प्रकार के उपकरण मिले, इस उद्देश्य के साथ आसरा प्रकल्प के अंतर्गत एलिम्को उज्जैन द्वारा एडिप योजना के तहत 25 दिव्यांगजनों को मोट्रेट ट्रायसिकल, 109 दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर, ट्रायसिकल, बैसाखी तथा 15 को रिट्रोफिटिंग स्कूटी प्रदाय करने के लिए चिन्हित किया गया।

स्कूल की गलती का खामियाजा भुगत रही छात्रा

स्कूल की गलतियों का खामियाज भुगत रही छात्रा लगातार शिक्षा विभाग के अधिकारियों के चक्कर काट रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जिसके चलते छात्रा मुस्कान इवनाती ने जनसुनवाई में पहुंचकर सीधे कलेक्टर इलैयाराजा टी से मुलाकात की। कलेक्टर ने छात्रा के भविष्य को देखते हुए बोर्ड को एक लेटर भेजने की बात कही है। 12वीं की छात्रा ने अपने बोर्ड परीक्षा फॉर्म में भरा था जीव विज्ञान और एडमिट कार्ड में गणित आया है, जिसके चलते छात्रा मानसिक तनाव में है। वहीं परिजन भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। परीक्षा 6 फरवरी से है, जिसको केवल एक माह बचा हुआ है। मामला शासकीय कन्या हायर सेकंडरी स्कूल राऊ का है। बता दें कि पीपुल्स संवाददाता ने इस छात्रा का मुद्दा प्रमुखता के साथ उठाया है। बोर्ड को लिखेंगे पत्र कलेक्टर-कलेक्टर ने छात्रा की बात को सुना और भविष्य को देखतेहुए जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास से उक्त मामले की जांच को कहा है। साथ ही अपने स्तर पर बोर्ड को एक लेटर लिखने की बात भी कही है।

समस्या लेकर जनसुनवाई में पहुंचे विद्यार्थी

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई हुई। जनसुनवाई में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स अपनी समस्याएं, क्वेरी लेकर डीएवीवी पहुंचे। बीएड चौथे सेमेस्टर के रिव्यू, मेडिकल में एमबीबीएस, बीएचएमएस के बच्चे भी आए। इसके अलावा पोस्ट ग्रेजुएट एग्जाम को लेकर छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय पहुंचे। परीक्षा नियंत्रक कक्ष में जनसुनवाई में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं पहुंचे। इसमें खासतौर बीएड चौथे सेमेस्टर के स्टूडेंट्स आए। बीएड के खराब रिजल्ट के बाद रिव्यू की प्रक्रिया जारी है। जनसुनवाई में पहुंचे विद्यार्थियों ने बताया कि रिव्यू में उन्होंने पाया कि उनकी कॉपियां पूरी तरीके से चेक नहीं हुई हैं और कई जवाब छोड़ दिए गए हैं। ऐसे में इन कॉपियों को दोबारा चेक करने के लिए परीक्षा मूल्यांकन केंद्र को सौंपा गया है। जनसुनवाई में मेडिकल के कुछ बच्चे भी रिजल्ट से जुड़े अपने आवेदन लेकर आए। इसके अलावा भी कई स्टूडेंट्स डीएवीवी आए। वहीं असिस्टेंट रजिस्ट्रार डॉ. विष्णु नारायण मिश्रा ने मार्कशीट, डिग्री, माइग्रेशन, ट्रांसक्रिप्ट से जुड़े मामले निपटाए।