स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023: सबसे स्वच्छ आबोहवा का शहर बना इंदौर

स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023: सबसे स्वच्छ आबोहवा का शहर बना इंदौर

इंदौर। स्वच्छता में देश में छह बार नंबर वन रहने वाला इंदौर अब स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में देश में पहले स्थान पर आ चुका है, वहीं भोपाल ने पांचवां स्थान हासिल किया है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा स्वच्छ वायु सर्वेक्षण- 2023 में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में इन शहरों को चुना गया है। जबलपुर ने 13वां और ग्वालियर ने 41वां स्थान प्राप्त किया है। इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने शपथ ग्रहण करने के साथ ही इंदौर के प्रदूषण पर चिंता जाहिर की थी। अब इंदौर आबोहवा में भी नंबर वन यानि एयर क्लाविटी इंडेक्स में भी नंबर वन आ चुका है।

स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2023 में दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में प्रथम पांच में से दो पुरस्कार मध्यप्रदेश के खाते में गए हैं। इंदौर को पहला, आगरा को दूसरा, ठाणे को तीसरा, श्रीनगर को चौथा और भोपाल को 5वां स्थान मिला है। निगम की टीम ने बेहतर टेक्नोलॉजी के साथ सफाई अभियानों के साथ मशीनरी डिप्लॉईमेंट ने किया है और लगातार डस्टिंग को लेकर एयर क्वालिटी के इंडेक्स को मेंटेन करने के लिए ई-रिक्क्षा को लागू करना कोयले या लकडी की भट्टी से चलने वाली होटल्स और ढाबों को बंद करके सीएनजी या चिमनी पर लाना और ट्रॉफिक के दबाव से होने वाले प्रदूषण को कम करने से सफलता मिली है।

सागर देश में 10वें स्थान पर

प्रमुख सचिव गुलशन बामरा ने बताया कि 3 लाख से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में प्रदेश के सागर को देश में 10वां स्थान मिला है। तीन लाख से कम आबादी वाले शहरों में देवास ने 6वां स्थान प्राप्त किया है। गत वर्ष देवास ने पहले नम्बर पर था।

इस आधार पर बनती है रिपोर्ट

प्रदूषण नियंत्रण के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम में शहरों को ठोस अपशिष्ट, सड़क धूल, निर्माण और विध्वंस कचरे का प्रबंधन, वाहनों के उत्सर्जन पर नियंत्रण और औद्योगिक प्रदूषण के संबंध में लागू की गई गतिविधियों और उपायों की रिपोर्ट देनी होती है।

आम जनता में जागरूकता बढ़ना भी एक कारण

शहर में वायु प्रदूषण सुधार की मुख्य वजह योजनाबद्ध कार्य, सतत सफाई और उद्योगों से प्रदूषण नियंत्रण के अलावा मौसम का सहयोग प्रमुख है। हरियाली के विकास और तापमान में कमी, हवा की गति व बारिश की वजह से भी प्रदूषण कम रहा। पराली जलाने पर नियंत्रण से भी हालात सुधरे हैं। सरकार के साथ आम जनता में जागरूकता बढ़ना भी एक कारण है। - डॉ. दिलीप वागेला पर्यावरणविद् व पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक

एयर क्वालिटी इंडेक्स हर व्यक्ति की जिम्मेदारी

स्वच्छता के साथ-साथ इंदौर अब वायु गुणवत्ता में भी एयर क्लालिटी इंडेक्स में भी देशभर में इंदौर नंबर वन आया है और इसके पीछे जिस प्रकार की टेक्नोलॉजी सफाई अभियानों और मशीनरी का डिप्लॉईमेंट किया है यही कारण है कि इंदौर एक्यूआई में भी नंबर वन आया है। एयर क्वालिटी इंडेक्स हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। -पुष्यमित्र भार्गव, महापौर इंदौर.