दावा- 24 नहीं, एक दिन में होंगे 25 घंटे
वैज्ञानिकों ने कहा- धरती के घूमने के ट्रेंड में परिवर्तन का दिखेगा असर
बर्लिन। एक दिन 24 घंटे का होता है। दिलचस्प बात है कि हमेशा से ऐसा नहीं था। कभी एक दिन में 24 घंटे से कम हुआ करते थे। अब वैज्ञानिकों ने दावा किया गया है कि एक दिन में 25 घंटे हो सकते हैं। ऐसा होने की उम्मीद ज्यादा है। इसकी वजह है धरती के घूमने का ट्रेंड। यह दावा टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ म्यूनिख (ळवट) ने किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि भविष्य में एक दिन में घंटों की संख्या बढ़ सकती है। इस रिसर्च से जुड़े प्रोजेक्ट लीडर उलरिच श्रेइबर का कहना है कि पृथ्वी के रोटेशन में होने वाला उतार-चढ़ाव खगोल विज्ञान के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। इससे कई दिलचस्प जानकारियां मिलती हैं। अब एक दिन में घंटे बढ़ने की बात इसी में हुए बदलाव से सामने आई है। उलरिच श्रेइबर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि यह बदलाव ऐसा नहीं है कि सबकुछ एक ही दिन में हो जाएगा। यह धीरे-धीरे होगा। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि करीब 20 करोड़ सालों के बाद एक दिन 25 घंटे का हो जाएगा।
डायनासोर के दौर में 23 घंटे का होता था एक दिन
वैज्ञानिक पृथ्वी के बारे में डाटा हासिल करने एक खास तरह के उपकरण का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे रिंग लेजर कहते हैं। इसका काम पृथ्वी के घूमने के पैटर्न और गति को मापना है। लेजर रिंग ऐसा गायरोस्कोप है, जो धरती के 20 फीट नीचे एक खास तरह के दबाव वाले हिस्से में है। यहां से निकलने वाला लेजर धरती के घूमने की गति में होने वाले बदलाव को तुरंत पकड़ लेता है। यहीं से घंटों के बढ़ने की संभावना पर वैज्ञानिकों ने जताई है। वैज्ञानिक के अनुसार आज भले ही 24 घंटे का एक दिन है, लेकिन हमेशा से ऐसा नहीं था। डायनासोर के दौर में एक दिन में 23 घंटे होते थे। रिपोर्ट के अनुसार उस युग में चांद धरती के थोड़ा पास हुआ करता था।