अमेरिका में शीर्ष पदों पर युवा प्रत्याशी बिठाना चाहते हैं नागरिक
वाशिंगटन। अमेरिका में अगले साल प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रपति पद के दावेदार जो बाइडन और डोनाल्ड ट्रंप को लेकर अमेरिकियों को लगता है बाइडेन दूसरे कार्यकाल के लिए काफी उम्रदराज हैं, जबकि उनसे कुछ ही साल छोटे डोनाल्ड ट्रंप अन्य तरह की समस्याओं से घिरे हैं। एसोसिएटेड प्रेस-एनओआरसी सेंटर फॉर पब्लिक अफेयर्स रिसर्च के सर्वेक्षण में 77 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उम्र के लिहाज से बाइडेन अगले चार साल के कार्यकाल के लिए उतने प्रभावी नहीं होंगे। न सिर्फ रिपब्लिकन पार्टी के 89 प्रतिशत समर्थकों, बल्कि डेमोक्रेटिक पार्टी के 69 प्रतिशत समर्थकों का भी यही मानना है। अमेरिका की करीब आधी वयस्क आबादी का कहना है कि ट्रंप भी राष्ट्रपति पद संभालने के लिए काफी उम्रदराज हो गए हैं। इस सर्वेक्षण से जो बात स्पष्ट तौर पर उभरकर सामने आई है, वह यह है कि अमेरिकी नागरिक शीर्ष पदों के लिए बजुर्ग के बजाय युवाओं को अधिक तरजीह देते हैं। विशेष रूप से 67 प्रतिशत लोगों ने उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के एक निश्चित आयु में सेवानिवृत्त होने की आवश्यकता का समर्थन किया। 68 प्रतिशत ने प्रतिनिधि सभा और सीनेट में सदस्यों के लिए आयु सीमा तय करने का समर्थन किया। 66 प्रतिशत ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा निर्धारित करने की बात कही। सर्वेक्षण से पता चलता है कि सभी राजनीतिक दलों के ज्यादातर समर्थक एक युवा चेहरे, एक नये चेहरे या दोनों को देखना चाहते हैं। इनमें वर्जीनिया के 28 वर्षीय संचार सलाहकार नूह बर्डेन भी शामिल हैं। वह ट्रंप की जगह बाइडेन को अधिक तरजीह देते हैं। बावजूद इसके वह चाहते हैं कि राष्ट्रपति पद के शीर्ष दावेदार उनकी पीढ़ी के होने चाहिए। बर्डेन ने कहा, दोनों काफी उम्रदराज हैं। इसी तरह, आर्डमोर में ट्रंप समर्थक ग्रेग पैक (62) चाहते हैं कि बाइडन और ट्रंप दोनों राष्ट्रपति पद की दौड़ से हट जाएं।
रामास्वामी चाहते हैं मस्क बनें उनके सलाहकार
अमेरिका में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होने हैं, जिसमें रिपब्लिकन उम्मीदवार के रूप में भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी (38) अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं। रामास्वामी ने संकेत दिया है कि अगर वह 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में चुने जाते हैं तो वह चाहेंगे कि टेस्ला के मालिक एलन मस्क उनके प्रशासन में सलाहकार बनें।