चीनी वैज्ञानिकों ने चूहे के सिर पर सींग उगाकर रचा इतिहास

चीनी वैज्ञानिकों ने चूहे के सिर पर सींग उगाकर रचा इतिहास

बीजिंग। चीन के वैज्ञानिकों को चूहे के सिर में सींग उगाने में सफलता मिली है। इसके लिए उन्होंने हिरण के स्टेम सेल को चूहे के माथे पर ट्रांसप्लांट किया था। हिरण के सींग हर साल गिरकर फिर उग आते हैं। वसंत के मौसम में ये सींग रोजाना लगभग एक इंच बढ़ जाते हैं। अपने नए अध्ययन में चीन के जिआन शहर में स्थित उत्तर- पश्चिमी पॉलीटेक्निक यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने उन कोशिकाओं की पहचान की, जोकि हिरण के सींगों को फिर से उगने में मददगार होती हैं। इन कोशिकाओं को प्रयोगशाला के चूहों में माथे पर प्रत्यारोपित किया गया, जिसके महज 45 दिनों बाद ही चूहों के माथे पर छोटे उभार आने शुरू हो गए।

बड़ी संख्या में उभरने लगती हैं ब्लास्टेमा नाम की कोशिकाएं

वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इस प्रक्रिया के जरिए एक दिन इंसानों की हड्डियों या उपास्थियों को फिर से उगाने में मदद मिल सकेगी। उल्लेखनीय है कि स्तनधारी जीवों में हिरण एक ऐसा प्राणी है, जिसके सींग हर साल टूट कर फिर से उग जाते हैं तथा यह प्रकृति में सबसे तेजी से बढ़ने वाला एकमात्र लिविंग टिश्यू है। कुछ प्राणियों में जब कोई अंग टूट जाता है तो उस स्थान पर ब्लास्टेमा नाम की कोशिकाएं बड़ी संख्या में उभरने लगती हैं, जोकि बाद में उस अंग को फिर से उगाने में मदद करती हैं। हिरण के शरीर में ब्लास्टेमा कोशिकाएं पाई जाती हैं, जोकि उनके सींग को गिरने के बाद फिर से उगने में मदद करती हैं।

ब्लास्टेमा कोशिकाएं अंगों के पुन: निर्माण में करती हैं मदद

वर्ष 2020 में वैज्ञानिकों की एक अन्य टीम ने यह पाया था कि वे चूहे के माथे की त्वचा के भीतर हिरण के सींग के टिश्यू को इंसर्ट करके चूहों के माथे में सींग के जैसे उभार ला सकते हैं। लेकिन, साइंस पत्रिका में प्रकाशित इस नए अध्ययन में रिसर्चर्स ने उन विशिष्ट ब्लास्टेमा कोशिकाओं को ढूंढ निकाला हैं, जो कि ऊतकों के पुनरूत्पादन प्रभाव के लिए जिम्मेदार होती हैं।