चीन ने ताइवान की ओर भेजे दर्जनों लड़ाकू विमान

चीन ने ताइवान की ओर भेजे दर्जनों लड़ाकू विमान

बीजिंग। ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन की हालिया अमेरिका यात्रा से बिदके चीन ने शनिवार को ताइवान जलडमरूमध्य की तरफ युद्धपोत और दर्जनों लड़ाकू विमान भेजे। ताइवान की सरकार ने यह जानकारी दी। चीन ने यह कदम वेन और अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी के बीच हुई मुलाकात से नाराज होकर उठाया है। चीन दावा है कि ताइवान उसका हिस्सा है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने कहा कि लड़ाकू तैयारी से संबंधित तीन दिवसीय गश्त की शुरूआत ताइवान के लोगों को चेतावनी के तौर पर की है। पीएलए ने संकेत नहीं दिया है कि वह इस गश्त में पिछले अभ्यास की तरह प्रक्षेपास्त्रों को शामिल करेगी या नहीं। उस अभ्यास से क्षेत्र में समुद्री और हवाई परिवहन प्रभावित हुआ था। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष मैक्कार्थी ने गुरुवार को कैलिफोर्निया में ताइवानी राष्ट्रपति वेन के साथ वार्ता की थी। इसके साथ वह उन विदेशी जनप्रनिधियों में शामिल हो गए थे, जो चीन की धमकी के बीच वेन से मिले। बीजिंग ने मैक्कार्थी और वेन की भेंट के बाद शुक्रवार को ताइवानी राष्ट्रपति के अमेरिका दौरे से जुड़े अमेरिकी समूहों और व्यक्तियों के खिलाफ यात्रा एवं वित्तीय प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।

ताइवान के पास 8 युद्धपोत और 71 विमान देखे गए

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ताइवान के पास शनिवार को आठ युद्धपोत और 71 विमान देखे गए, जिनमें से 45 विमानों ने जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार किया। यह रेखा ताइवान और चीन को अलग करती है। मंत्रालय के अनुसार, इनमें चेंगदू जे-10, शेनयांग जे-11 और शेनयांग जे-16 जेट लड़ाकू विमान शामिल हैं।