पिता के साथ समय बिताने पर स्कूल में सुधरता है बच्चे का रिकॉर्ड

पिता के साथ समय बिताने पर स्कूल में सुधरता है बच्चे का रिकॉर्ड

लंदन। कुछ पिताओं के लिए दिनभर की मेहनत के बाद अपने बच्चों के साथ खेलना-कूदना मुश्किल भरा काम होता है। लेकिन, ऐसे पिता जो अपने बच्चों के साथ मजाक, संवादात्मक गतिविधियां करते हुए वक्त बिताते हैं, उनके बच्चे स्कूल में बेहतर प्रदर्शन करते हैं। लीड्स यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने कहा कि बच्चों के विकास में पिता का प्रभाव अद्वितीय हो सकता है। यह अध्ययन यूनिवर्सिटी के बिजनेस स्कूल की रिसर्च फेलो डॉ. हेलेन नॉरमेन द्वारा हाल ही में किया गया है। उन्होंने कहा कि आज भी माताएं ही बच्चों की देखभाल करती हैं। लेकिन, यदि इस काम को पिता भी करें तो बच्चे प्रायमरी स्कूल में बेहतर ग्रेड पा सकते हैं। यह अध्ययन टीम ने इंग्लैंड में 4,966 दो पैरेंट्स वाले परिवारों पर किया।

अलग तरह का परिवर्तन लाता है पिताओं का सानिध्य

स्टडी में दावा किया गया है कि बच्चों के विकास में पिता कुछ अलग तरह का परिवर्तन लाते हैं, क्योंकि वे अपने बच्चों के साथ मां से हटकर अलग तरह का बर्ताव करते हैं। उदाहरण के तौर पर पिता बच्चों के साथ शारीरिक रूप से अधिक परिश्रम वाली जैसे फुटबॉल को किक मारना, पिलो फाइट आदि जैसी गतिविधि करते हैं, जो बच्चों में जोखिम उठाने तथा समस्या समाधान के गुणों को बढ़ाता है।

पिताओं को सलाह

  • अपने बच्चों को कहानियां सुनाएं, जो किसी पुस्तक की न हों।
  • संगीत सुनाएं या वाद्ययंत्र बजाएं या ऐसी ही अन्य गतिविधियां करें। 
  • ड्रॉइंग, पेंटिंग करें, उनके साथ इनडोर या आउटडोर गेम्स खेलें। 
  • बच्चों को पार्क या खेल के मैदान पर ले जाएं।