बच्चों ने मेले में नगदी से भरा पर्स लौटाया, पुलिस ने गोद में उठाकर घुमाया
ग्वालियर। मेला घूमने गए 12 वर्षीय छात्र ने सड़क पर पड़ा हुआ पर्स मिलने पर ईमानदारी की मिसाल देकर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पर्स में नगदी और जरूरी कागजात थे, जिस पर पुलिस ने ईमानदारी की परीक्षा ली, लेकिन छात्र के मन में जरा सा भी लालच नहीं आया। इस ईमानदारी पर एसडीओपी ने जमकर तारीफ की और उस छात्र और उसकी बहन को गोद में उठाकर मेला घुमवाया। यही नहीं कई तरह के झूले भी झुलवाए। एसडीओपी बेहट व मेला इंचार्ज संतोष पटेल, थाना प्रभारी मेला राजेन्द्र सिंह परिहार साथ ही
राघवेन्द्र सिंह जादौन मेला कार्यालय में व्यवस्थाओं पर चर्चा कर रहे थे कि तभी बारह वर्षीय बालक आर्यन मीणा अपनी बहन के साथ उनके पास पहुंचा। आर्यन ने उन्हें पर्स देते हुए बताया कि यह पर्स मेले में पड़ा मिला था। पर्स खोला तो उसमें ढाई हजार रुपए और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज थे। पर्स मालिक का पता कर वह पर्स उन्हें लौटाया तो वह काफी खुश हुए। बच्चों का आभार व्यक्त किया। बच्चों की ईमानदारी पर सीएसपी मेला संतोष पटेल ने दोनों बच्चों को पुलिसकर्मी की गोद में बैठाकर मेला घुमाया और उनको झूले झुलवाए ।
दादाजी से सीखी ईमानदारी और सच्चाई
आर्यन ने बताया कि यह सीख उनको उनके परिवार से मिली है। आर्यन के पिता फूलसिंह मीणा खुद पत्रकार हैं। दादा फोर्स में रहे थे, जिस कारण ईमानदारी और सच्चाई की सीख उनको मिलती है। बस पर्स लौटाकर हमने उसी संस्कारों को आगे बढ़ाया है।