दिल्ली में अदक गंभीर श्रेणी में बच्चे सबसे ज्यादा पीड़ित
अस्थमा-निमोनिया पीड़ित बच्चों से भरा अस्पताल का इमरजेंसी रूम
नई दिल्ली। सेंट्रल पॉलूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) गंभीर श्रेणी पर बरकरार है। शहर के विभिन्न इलाकों में जहरीली धुंध छाई हुई है। एक्यूआई का स्तर शहर के आनंद विहार इलाके में 432, आरके पुरम में 453, पंजाब बाग में 444 तथा आईटीओ में 441 पर है। एक्यूआई के ये सभी स्तर गंभीर की श्रेणी में आते हैं। इसका सर्वाधिक बुरा प्रभाव बच्चों पर पड़ा है। राष्ट्रीय राजधानी के चाचा नेहरू सरकारी बाल चिकित्सालय का इमरजेंसी रूम सांस से संबंधित समस्याओं विशेषकर अस्थमा एवं निमोनिया से पीड़ित बच्चों से भर गया है। हालांकि मौसम संबंधी स्थितियां थोड़ी अनुकूल होने की संभावना है, जिससे दिवाली से पहले हवा में थोड़ा सुधार होने की उम्मीद है।
गुरुवार को एक्यूआई 437 था
शहर का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) प्रतिदिन शाम चार बजे दर्ज किया जाता है, जो गुरुवार को 437 था, जबकि यह बुधवार को 426 था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा तैयार किए गए एक्यूआई मानचित्र में उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में कई जगहों पर लाल बिंदू (खतरनाक वायु गुणवत्ता का संकेत) दिखाए गए हैं। पड़ोसी गाजियाबाद (391), गुरुग्राम (404), नोएडा (394), ग्रेटर नोएडा (439) और फरीदाबाद (410) में भी हवा की गुणवत्ता बहुत खराब रही।
बदलेगा हवा का रुख
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व की तरफ बदलने से भारत के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में पराली जलाने से निकलने वाले धुएं के योगदान को कम करने में मदद मिलेगी। हालांकि, हवा की धीमी गति इस प्रक्रिया पर विपरीत असर डालेगी। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद हवा की गति मौजूदा समय में लगभग पांच से छह किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 11 नवंबर को लगभग 15 किमी प्रति घंटे हो जाएगी।
एक्यूआई का पैमाना
0 से 50 अच्छा
51 से 100 संतोषजनक
101 से 200 मध्यम
201 से 300 खराब
301 से 400 बहुत खराब
401 से 450 गंभीर
450 से ऊपर अति गंभीर