नव आरक्षकों की डाइट पर डाका सस्ते के फेर में सेहत से खिलवाड़

नव आरक्षकों की डाइट पर डाका सस्ते के फेर में सेहत से खिलवाड़

ग्वालियर। पुलिस विभाग में भर्ती होकर ट्रेनिंग के बाद जन सेवा करने वाले आरक्षकों की डाइट पर विभागीय अनदेखी के चलते डांका डाला जा रहा है। मामला तिघरा पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र का है जहां प्रशिक्षु आरक्षकों को मिलने वाले नियमानुसार भोजन के बदले साठगांठ की थाली परोसी जा रही है। पीटीएस की मैस के लिए जारी हुई टेंडर प्रक्रिया के बाद कम रेट पर ठेका तो जारी कर दिया है। लेकिन ठेकेदार द्वारा कम रेट का ठेका लेने के बाद उसकी पूर्ति आरक्षकों की डाइट के साथ की जा रही है।

पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र तिघरा में प्रशिक्षु आरक्षकों को भोजन प्रदान करने की प्रणाली अब बदल दी गई है। इसके लिए पीटीएस द्वारा निविदा के जरिए भोपाल की काजा फूड्स कंपनी को ब्लो रेट होने पर ठेका प्रदान किया गया है। यह ठेका 19 फरवरी से कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है। जिसमें नियमों की अनदेखी इस कदर की जा रही है कि जिनके कंधों पर जनसेवा का भार आने वाले है उनकी ही डाइट को ब्लो रेट का डांका डालकर साठगांठ से मैस संचालित की जा रही है।

जली रोटियों से भर रहें है पेट

आरक्षकों की व्यथा ऐसी है कि खाने के समय मिलने वाली रोटी जली हुई होने पर भी मजबूरी में रोटी खानी पड़ रही है। नाम ना छापने की शर्त पर आरक्षक ने बताया कि हमें मिलने वाला खाना रैन बसरों में दिए जाने वाले खाने से भी बदतर है।

एसपी के निरीक्षण में मिला थर्ड क्लास चावल

खाने की गुणवत्ता की शिकायत पर तीन रोज पहले एसपी पीटीएस प्रदीप शर्मा द्वारा औचक निरीक्षण किया था तो चावल की क्वालिटी घटिया मिलने पर एसपी ने फौरन मैस के ठेकेदार को नियमानुसार निविदा में तय ब्रांड के चावल का उपयोग करने के निर्देश दिए थे जिसके बाद चावल की गुणवत्ता में सुधार तो हुआ लेकिन तय ब्रांड के चावलों का उपयोग फिर भी नहीं किाय जा रहा है।

सलाद-अचार तो दूर रायता के भी लाले

प्रशिक्षण केन्द्र दोपहर के लंच में परोसे जाने वाली थाली में जवानों को दाल रोटी और चावल परोसे जा रहे है जबकि मेन्यू के हिसाब से दिन के खाने में जवानों को मौसमी सब्जी, दाल, चावल, रोटी, रायता और सलाद, अचार होना अनिवार्य है।

दूध के बदले टोन मिल्क पी रहे जवान

ट्रेनिंग के दौरान पीटीएस में प्रशिक्षण ले रहे नव आरक्षकों को नियमनानुसार सांची ब्रांड का गोल्ड दूध दिया जाना है, लेकिन साठगांठ के इस खेल में प्रशिक्षु आरक्षकों को लो क्वालिटी का टोन मिल्क दिया जा रहा है।

ब्लो रेट का ठेका तो कैसे मिलेगा गुणवत्ता भोजन

टेंडर प्रक्रिया से पहले मैस में नवआरक्षकों के भोजन व्यवस्था पीटीएस के कर्मचारियों द्वारा ही संचालित की जाती थी। जिसमें क्वालिटी के मद्देनजर रखते हुए उसकी कीमत 92/95 रूपए तक आती थी। जबकि टेंडर प्रक्रिया में पीटीएस की भोजन व्यवस्था 72 रूपए प्रति आरक्षक में भोपाल की काजा कंपनी द्वारा ली गई है।

700 प्रशिक्षु ले रहे ट्रेनिंग

तिघरा स्थित पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र में 700 नव आरक्षक टेनिंग ले रहे है। जिनके ऊपर भविष्य में उनकी फिटनेस को देखते हुए जनसेवा की जिम्मेदारी सौंपी जानी है।

स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन जीरो

निविदा आमंत्रण में दिए गए नियमों में मैस का संचालन करने वाली कंपनी को अपने स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन कराना अनिवार्य है। जिसके लिए पीपुल्स की टीम ने जब तिघरा थाने में संपर्क किया तो स्टाफ का वेरीफिकेशन नहीं कराया गया था।

अभी तो मैस चालू ही हुई है ठेकेदार बाहर का है हम कुछ दिन ट्रायल पर देख रहे हैं। ट्रेनी आरक्षकों की मैस कमेटी बन गई है अगर कमेटी डिसाइड करेगी तो टेंडर निरस्त किया जाएगा। प्रदीप शर्मा, एसपी पीटीएस तिघरा