बजाज कैपिटल, स्मार्ट कैपिटल कंपनी एवं एसएमसी ट्रेडिंग कंपनी के नाम से करते ठगी
इंदौर। पुलिस की तमाम समझाइश के बाद भी लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं। क्राइम ब्रांच ने फर्जी शेयर एडवाइजरी कंपनी के कॉल सेंटर पर छापा मारकर आरोपियों को पकड़ा। आरोपी बजाज केपिटल, स्मार्ट केपिटल एवं एसएमसी ट्रेडिंग कंपनी के नामों से लोगों को फर्जी कॉल कर वारदात को अंजाम देते थे। क्राइम ब्रांच के एसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि मामले में राजगढ़ के फरियादी आर्मी अधिकारी कैलाशचंद्र ने बजाज कैपिटल ट्रेडिंग कंपनी के नाम से कुछ व्यक्तियों द्वारा शेयर बाजार में अधिक मुनाफा देने के नाम से धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज करवाई थी। शिव अग्रवाल ने भी शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायत जांच में पता चला कि आवेदक शिव अग्रवाल निवासी इंदौर चाय की दुकान पर आरोपी गोविंद के द्वारा बार-बार आना होता था, जहां फरियादी से अच्छा परिचय हो गया था, जिसका फायदा उठाकर फरियादी को झूठ कहा कि मेरी मम्मी ने उज्जैन में प्लॉट बेचा है।
उज्जैन बैंक में जमा कराए रुपए: उसके एक लाख रुपए फरियादी के खाते में डलवाने को कहा और जब फरियादी द्वारा पूछा कि मेरे खाते में क्यूं डलवा रहे हो तो गोविंद ने कहा कि उज्जैन जिले का बैंक खाता है। पैसे निकालने उज्जैन जाना पड़ेगा... जैसी फर्जी मजबूरियां बताकर फरियादी के खाते में कई लोगों से ठगे पैसों को बुलाने का कार्य करने लगा। फरियादी कैलाशचंद्र जो की सेना में होकर जम्मू में पदस्थ है।
निवेश के नाम से लिए पैसे: आरोपियों ने बजाज कैपिटल ट्रेडिंग कंपनी के नाम से शेयर बाजार इन्वेस्ट कर दोगुना मुनाफा का प्रलोभन देकर 5 लाख 16 हजार ऐंठ लिए। फरियादियों की शिकायतों पर क्राइम ब्रांच ने आरोपियों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था।
पकड़ाए आरोपी : पुलिस ने कमलेश वर्मा निवासी अवंतीपुर उज्जैन, ऋतिक सोलंकी निवासी श्रीकृष्णा कॉलोनी उज्जैन, नितेश मालवीय निवासी ग्राम मीडिया गांव इंदौर रोड उज्जैन, धीरज जगदुआ निवासी अब्दालपुरा आरएनटी मार्ग उज्जैन, लोकेश कटारिया निवासी पटेल नगर अंकपात रोड उज्जैन, ओमप्रकाश चौधरी निवासी ग्राम मीडिया इंदौर रोड उज्जैन, गोविंद परिहार निवासी न्यू इंदिरा नगर नागेश्वर नगर नानाखेड़ी रोड उज्जैन को पकड़ा।
बीसीए पास है संचालक संचालक
आरोपी कमलेश जो की उज्जैन की विक्रम यूनिवर्सिटी से बीसीए पास है, ने बताया कि बजाज कैपिटल, स्मार्ट कैपिटल कंपनी एवं एसएमसी ट्रेडिंग कंपनी के नाम से साथी आरोपियों के साथ मिलकर 12 आर्मी अधिकारियों सहित कई लोगों को कॉलिंग करके फर्जी नाम बताते हुए उन्हें शेयर बाजार में इन्वेस्ट कर मुनाफा कमाकर देने जैसे झूठ बोलकर लोगों के निजी डॉक्यूमेंट्स लिए।
40 लाख की ठगी भी कबूली
उन्हें डीमेट अकाउंट एवं शेयर के भाव बढ़ाकर नकली फर्जी एक्सेल शीट भेजते थे और लोगों से पैसे लेने के बाद गोविंद के माध्यम से एक प्रतिशत कमीशन पर बैंक खाते उपलब्ध कराते हुए 40 लाख से अधिक की वारदात करना कबूल किया। आरोपी गोविंद कमीशन के लालच में पहले बैंक खाते का उपयोग ठगी की पैसे लेने के लिए करता था। बाद में ठग गैंग द्वारा अन्य सभी बैंक खाते पर एक प्रतिशत लालच देना का बोलने पर गोविंद द्वारा ठगी की राशि निकालता था। आरोपियों 14 लैपटॉप मय सिमकार्ड एवं लैपटॉप जब्त किया है।