चंद्रयान-3 ने भेजी धरती से नहीं दिखने वाली चांद की तस्वीरें, कल टल सकती है लैंडिंग
बेंगलुरू। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का मिशन चंद्रयान-3 इतिहास बनाने से बस कुछ कदम दूर है। इसी बीच, लैंडर ने चंद्रमा के फार साइड (पृथ्वी की तरफ नहीं दिखने वाला हिस्सा) की तस्वीरें खींची हैं। इन तस्वीरों को लैंडर हेजार्ड डिटेक्शन एंड अवॉयडेंस ने लिया। इधर, इसरो अहमदाबाद के निदेशक नीलेश एम. देसाई ने बताया कि 23 अगस्त को दो घंटे पहले हम लैंडर मॉड्यूल की स्थिति के आधार पर इस पर निर्णय लेंगे। यदि कुछ भी अनुकूल नहीं लगता है, तो हम 27 अगस्त को चंद्रमा पर उतार देंगे।
चंद्रयान-2 आॅर्बिटर और चंद्रयान-3 लैंडर मॉड्यूल के बीच हुआ संपर्क : इसरो ने कहा कि चंद्रयान-2 के ‘आॅर्बिटर’ और चंद्रयान-3 के ‘लुनार मॉड्यूल’ के बीच दोतरफा संचार स्थापित हुआ है।
अब लैंडर की इंटरनल जांच की जाएगी और जब तक लैंडिंग साइट पर सूरज नहीं निकलता, तब तक इंतजार किया जाएगा। चंद्रयान-3 को 25 किमी की ऊंचाई से लैंड कराने की कोशिश की जाएगी। - इसरो