सीबीएसई ने स्कूलों को दिया नोटिस, कहा- 1 अप्रैल से पहले न शुरू करें सत्र
जबलपुर। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों को अकादमिक कैलेंडर का सख्ती से अनुसरण करने के लिए सर्कुलर जारी किया है। दरअसल, कुछ मान्यता प्राप्त स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र वर्ष की शुरूआत कर दिया है। ऐसे में कम समय सीमा में पूरे साल के पाठ्यक्रम को पूरा करने का प्रयास छात्रों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है जो कि सीखने के लिए संघर्ष करते हैं। नोटिस में विभाग ने आदेश दिया है कि मान्यता प्राप्त सभी स्कूलों में नया सत्र एक अप्रैल से 31 मार्च तक चलेगा।
सीबीएसई बोर्ड ने अपने नोटिस में कहा कि एक कोर्सवर्क में पूरे साल की कीमत वसूलने की कोशिश छात्रों के दिमाग को प्रभावित कर सकती है। अधिकतर छात्र पढ़ाई के साथ ही कई एक्टिविटी में भी भाग लेते हैं। बोर्ड ने आगे कहा कि एक्स्ट्राकरीकुलर एक्टिविटी जैसी लाइफ स्किल्स, वैल्यू एजुकेशन, हेल्थ और फिजिकल एजुकेशन, वर्क एजुकेशन और कम्युनिटी सर्विस के लिए बहुत कम समय मिलेगा। छात्रों के जीवन में ये एक्टीविटीज उतना ही महत्वपूर्ण हैं जितना क्लास में पूरा किया जाने वाला कोर्स।
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा प्रदेशभर में आयोजित की जा रही बोर्ड परीक्षा के अंतर्गत सोमवार को 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने विज्ञान का पेपर दिया। संभाग के 821 परीक्षा केंद्रों में 1,53,459 में से 1,49,466 विद्यार्थी परीक्षा में उपस्थित रहे। वहीं 3,993 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। जबलपुर में 1 तो वहीं डिण्डौरी में 4 विद्यार्थी नकल करते पकड़े गए। निरीक्षकों ने पांचों विद्यार्थियों का नकल प्रकरण बनाया।
छिंदवाड़ा में अनुपस्थित छात्रों की संख्या अधिक
जेडी कार्यालय से जारी आंकड़ों के मुताबिक विज्ञान विषय की परीक्षा में संभाग के छिंदवाड़ा में सबसे अधिक परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। यहां 156 परीक्षा केंद्रों में कुल 788 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। वहीं सबसे कम नरसिंहपुर 258 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे।
जिले में इन दिनों सीबीएसई स्कूलों में परीक्षाएं चल रही है। हमारे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। घनश्याम सोनी, डीईओ
संभाग के 821 परीक्षा केंद्रों में आयोजित परीक्षा सोेमवार को 5 परीक्षार्थी नकल करते पकड़े गए। सभी का नकल प्रकरण बनाकर परीक्षा को निरस्त कर दिया है। डॉ. आरके स्वर्णकार, जेडी, शिक्षा विभाग