खरीदारी का महामुहूर्त पुष्य नक्षत्र चार को दिवाली से पहले करोड़ों का होगा कारोबार
ग्वालियर। त्योहारी सीजन चल रहा है बाजार में बूम आ चुका है, ऐसे में दीपावली एवं धनतेरस से ठीक पहले खरीदी का महामुहूर्त पुष्य नक्षत्र चार अक्टूबर को है, ऐसे में कारोबारियों को इस दिन का बेसब्री से इंतजार है। क्योंकि इस दिन किसी एक सेक्टर नहीं बल्कि बाजार के हर क्षेत्र में खरीदी होती है। इसके साथ ही गणेश उत्सव एवं नवरात्रि के दिनों में बाजार काफी अच्छा चला। दूसरी ओर पुष्य नक्षत्र के मुहूर्त में खरीदी हुई वस्तु शुभ एवं फलदायी माने जाने के कारण हर वर्ग के लोग अपनी क्षमता के अनुसार खरीदी करते हैं। इस इस बार इस शुभ संयोग में खरीदारी करने का अवसर 24 घंटे से अधिक रहने वाला है। इसलिए कारोबारियों की दृष्टि से देखें तो 4 अक्टूबर को बाजार काफी खास रहने वाला है और बाजार में ग्राहकों का भीड़ उमड़ेगी और करोड़ों रुपए का कारोबार इस एक दिन में होगा। पुष्य नक्षत्र को लेकर बाजार ने तैयारी प्रारंभ कर दी है फिर चाहे वह शहर का आभूषण बाजार हो या फिर, इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल, बर्तन एवं गारमेंट सेक्टर सभी क्षेत्रों में व्यापारी पुष्य नक्षत्र को लेकर तैयारी में जुट गए हैं, जिससे ग्राहकों को लेटेस्ट रेंज उपलब्ध कराई जा सके।
पुष्य नक्षत्र को कहा जाता है नक्षत्रों का राजा
ज्योतिषियों की माने तो पुष्य नक्षत्र शुभ कार्यों के लिए बहुत ही श्रेष्ठ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्र हैं। इनमें 8 वें स्थान पर पुष्य नक्षत्र आता है, यह बहुत ही शुभ नक्षत्र माना जाता है। इसे नक्षत्रों का राजा कहा जाता है। दिवाली के अवसर पर पड़ने वाला पुष्य नक्षत्र साल में सबसे बड़ा व सर्वाधिक फलदायी बताया गया है।
तेजी के चलते लाइटवेट ज्वेलरी की रहेगी डिमांड
आभूषण बाजार की बात की जाए तो सोने एवं चांदी के भाव गत वर्ष की तुलना में इस साल काफी तेज चल रहे हैं। इसी की वजह से इस बार मार्केट में सोने-चांदी के आभूषण के साथ सिक्कों की बिक्री तो होगी लेकिन लाइटवेट ज्वेलरी की डिमांड रहने वाली है। आभूषण कारोबारियों ने इसकी पूरी तैयारी करके रखी हुई है।