रूटों पर लौटी बसें, यात्रियों ने ली राहत की सांस
ग्वालियर। हिट एंड रन कानून को लेकर ट्रक और यात्री बस चालकों के हड़ताल पर चले जाने से आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया था। यात्रियों को दो दिनों में गंतव्य तक जाने के लिए खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। देश भर में ड्राइवरों के चले जाने पर पेट्रोल-डीजल के टैंकर खड़े हो गए थे, साथ ही मंडियों में सब्जी और किराने का सामान आना बंद हो गया था। इसके कारण सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा और कानून लागू करने से पहले ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के पदाधिकारियों से चर्चा का आश्वासन दिया। इसके बाद जाकर ड्राइवर बुधवार से काम पर लौट गए। स्टेशन पर स्थित अंतर्राज्यीय बस स्टैंड और झांसी रोड स्थित बस स्टैंड से पूर्व की तरह बसों की विभिन्न मार्गों पर आवाजाही शुरू हो गई। इससे यात्रियों ने राहत की सांस ली। बता दें कि अंतर्राज्यीय बस स्टैंड से हर दिन 600 से 700 और झांसी रोड बस स्टैंड से 100 से 150 बसों का संचालन होता है।
कानून में बदलाव नहीं हुआ तो फिर से करेंगे हड़ताल
जितेंद्र सिंह यादव सहित अन्य बस ड्राइवरों का कहना है कि हिट एंड रन कानून में जो बदलाव किया है, वह सही नहीं है। सरकार कानून को लागू करने से पहले उसमें बदलाव नहीं करती है तो ड्राइवर फिर से हड़ताल पर चले जाएंगे, क्योंकि कोई भी ड्राइवर यह सोचकर गाड़ी नहीं चलाता कि उसे एक्सीडेंट करना ही है। अगर वह गाड़ी सही चला रहा है और कोई दो पहिया या चार पहिया चलाने वाला बस में वाहन ठोक देता है और उसके चालक की मौत हो जाती है तो इसमें बस ड्राइवर को दोषी माना जाएगा। ड्राइवर पब्लिक की मार से बचने के लिए मौके से भागता है तो उसे 7 साल की जेल और 10 लाख रुपए जुर्माना देना होगा, इसलिए कानून में यह बदलाव जरूरी कि एक्सीडेंट करने वाले को दोषी माना जाए।
हड़ताल खत्म, मंडी में आवक बढ़ी पेट्रोल पंपों पर स्थिति सामान्य
हिट एंड रन के फैसले को लेकर ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल मंगलवार की रात स्थगित होने के बाद बुधवार को शहर में स्थिति सामान्य नजर आई। थोक सब्जी मंडी से लेकर पेट्रोल- डीजल को लेकर लोगों में चिंता नजर आ रही थी, जो बुधवार को कम दिखी, पेट्रोल पंपों पर सामान्य दिनों की तरह वाहन चालकों ने पेट्रोल-डीजल भराया तो लोगों को लंबी लाइनों से राहत मिली। बुधवार को वाहनों के चलने से सब्जियों के दाम जो बढ़ गए थे, वह एक बार फिर से कम हो गए, थोक सब्जी मंडी में आलू के दाम घटकर थोक में एक बार फिर से 7 से 10 रुपए किलो तो मटर 25 से 26 रुपए एवं टमाटर की क्रेट एक दिन पहले की तुलना में 100 रुपए घटकर 300 रुपए में बेची गई। थोक मंडी कारोबारी संतोष सचदेवा ने बताया कि लोकल आवक बढ़ चुकी है और प्याज सहित बाहर से आने वाली सब्जियां भी एक-दो दिन में आने लगेंगी।
किराने के लगे ऑर्डर, कल से आएंगी गाड़ियां
इस हड़ताल को लेकर किराना बाजार में अधिक शॉर्टेज नहीं आई है। इस बाजार में देश के विभिन्न शहरों से 50 गाड़ियां हर रोज आती थीं। दाल बाजार के थोक कारोबारी विनीत गोयल ने बताया कि बुकिंग एक बार फिर से चालू हो गई है और एक-दो रोज में माल लेकर आ जाएंगे। इस बाजार में सात दिनों का किराना स्टॉक में रहता है।