मलबरी हाईट्स स्कूल के गार्डन, बाउंड्रीवाल में चला बुल्डोजर

मलबरी हाईट्स स्कूल के गार्डन, बाउंड्रीवाल में चला बुल्डोजर

जबलपुर। जबलपुर मलबरी हाईट्स स्कूल के संचालक प्रवीण मेमन के द्वारा स्कूल में गार्डन और बाउंड्रीवाल बनाकर कब्जा करने वाले संचालक से शासन ने मुक्त कराया गया। अनुविभागीय राजस्व अधिकारी आधारताल अनुराग सिंह ने बताया कि चावनपुर निवासी आवेदक संदीप गोटेल ने मौजा चावनपुर स्थित भूमि खसरा नंबर 111/1,111/2, 113/2, शासकीय दर्ज भूमि पर अवैध कब्जा एवं निर्माण की शिकायत पर जांच के बाद कार्रवाई की गई। खसरा नंबर 111 एवं 113 के बटांको मे रकवा 6370 वर्गफुट पर मलबरी हाइट्स स्कूल के संचालक प्रवीण मेमन के द्वारा स्कूल में गार्डन एवं बाउंड्रीवाल कब्जा किया जाना पाया गया था। जिस पर न्यायालय तहसीलदार अधारताल द्वारा आदेश 24 फरवरी के माध्यम से खसरा नंबर 111 एवं 113 में अवैध कब्जा चिन्हांकित कर नगर पालिका एवं जबलपुर विकास प्राधिकरण को अग्रिम अधिपत्य सौंपे जाने के आदेश पारित किए गए ।

उक्त आदेश का पालन अनावेदक प्रवीण मेमन द्वारा नहीं किया। अपील अंतर्गत म.प्र. भू.रा.संहिता 1959 की धारा 44 (1) के तहत न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) आधारताल के समक्ष प्रस्तुत की गई। अपील प्रकरण में अपीलार्थी प्रवीण मेमन निवासी मलबरी हाईट्स कछपुरा एमआरफोर रोड जबलपुर को सुनवाई का पूर्ण अवसर दिया गया। प्रकरण के साक्ष्यों के परिशीलन के बाद निष्कर्ष में मौजा चावनपुर स्थित भूमि खसरा नंबर 111 एवं 113 में मौके पर गार्डन और बाउण्ड्रीवाल बनाकर अवैध कब्जा किया जाना पाये जाने से 9 अक्टूबर को अवैध कब्जा हटाए जाने का आदेश न्यायालय अनुविभागीय राजस्व अधिकारी अधारताल द्वारा पारित किया गया था। जिसका पालन अनावेदक संचालक मलबरी हाईट्स प्रवीण मेमन द्वारा नहीं किए जाने से अनुविभागीय राजस्व अधिकारी अधारताल अनुराग सिंह के द्वारा 29 दिसम्बर को टीम गठित कर अवैध कब्जे को हटाया गया।

शासकीय भूमि को राजस्व एवं नगर निगम अतिकमण अमले के सहयोग से मुक्त किया जाकर कब्जा नगर निगम एवं जबलपुर विकास प्राधिकरण को सौंपा गया। लगभग 1 करोड रुपए की शासकीय भूमि अवैध कब्जाधारी से मुक्त कराई गई। इस अतिक्रमण कार्यवाही में नायब तहसीलदार आधारताल आदर्श जैन, राजस्व निरीक्षक प्रवीण दुबे, पटवारी आजाद पटेल इंद्र सोनी, नरेन्द्र यादव, सौरभ शर्मा सब इंस्पेक्टर दिनेश गौतम व पुलिस बल अतिकमण अधिकारी नगर निगम सागर बोरकर उपस्थित थे।