थानेदार बना भाई, पीड़ित महिला की गोद भराई कर थाने से की विदाई
ग्वालियर। दंपति के बीच हुए झगड़े में पति- पत्नी अलग हो गए थे, पति अपने ही घर पर रहा और पत्नी को एक साल की बेटी के साथ मायके जाना पड़ा। दोनों के अलग होने की वजह पति द्वारा मारपीट करना बताया गया है। जिसमें पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मारपीट का मुकदमा दर्ज किया तो बात और बिगड़ गई, फिर पति ने पत्नी को साथ ले जाने से मना कर दिया। बात थाना प्रभारी तक पहुंची तब उन्होंने पीड़िता को आश्वासन दिया और फिर भाई बनकर पूरा मामला सुलटा दिया। बाद में थानेदार ने गर्भवती महिला की थाने में गोद भराई की और पति के साथ ससुराल विदा किया।
मामला बेहट सर्किल के उटीला थाने का है जहां एक गर्भवती महिला ने अपने पति के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया था। पत्नी अपने पति के साथ ससुराल जाना चाहती थी, लेकिन शिकायत दर्ज होने से नाराज पति उसे ले नहीं जा रहा था। यह बात जब उटीला थाना प्रभारी शिवम राजावत को पता चली तो उन्होंने पीड़िता को भरोसा दिलाया कि दो दिन में आपका ये भाई आपको ससुराल पहुंचाएगा और पति लेने आएगा। जैसा थाना प्रभारी ने एक भाई बनकर कहा था ठीक वैसा किया।
एसडीओपी संतोष पटेल और थाना प्रभारी शिवम ने दोनों पक्षों को थाने के सामने मंदिर पर बैठाकर समझाया, उनके संदेह को दूर करने का प्रयास किया। जिसमें मायके पक्ष से यह बात आई कि दामाद हमारी बेटी को साथ में रखे और जहां भी कपड़े बेचता है वहीं बेटी को रखे। जिस पर दामाद नवल बंजारा भी तैयार हो गया। इसके बाद पुलिस ने गर्भवती महिला को साड़ी, शॉल, फल, मिठाई देकर गोद भराई की। दोनों ने वरमाला डालकर पुन: एक होकर साथ रहने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम देख अचंभित हुए लोग
थाने में गोद भराई की रस्म देखकर पहले तो लोग अचंभित हुए, लेकिन जब बाद में पता चला कि पुलिस ने भाई बनकर एक महिला की गोद भराई की रस्म अदा की है, तो गांव के कुछ लोग इस रस्म में शामिल हुए और दंपति को भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया।
टीआई मेरा भाई सब ने सराहा
पुलिस के प्रयास के बाद दोबारा बसे घर में टीआई मेरा भाई की भूमिका की सभी ने सराहना की, जिसके बाद साक्षी बने उप निरीक्षक शुभम शर्मा व प्रधान आरक्षक सुनील गोयल ने अहम भूमिका निभाते हुए दंपति को थाने से विदा किया।