नौसेना में शामिल होने से पहले ब्रह्मोस मिसाइल ने साधा बुल्स-आई टारगेट
INS इंफाल जंगी जहाज पर पहली बार प्रयोग
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना के नए जंगी जहाज आईएनएस इंफाल से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया गया। यह उपलब्धि इसलिए भी खास है, क्योंकि पहली बार नौसेना में शामिल होने से पहले किसी युद्धपोत से मिसाइल दागी गई। युद्धपोत का पूरा नाम विशाखापट्टनम क्लास स्वदेशी गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर आईएनएस इंफाल है। युद्धपोत से निकली मिसाइल ने बुल्स आई (सही टारगेट) पर निशाना लगाया।
535 फीट लंबे जंगी जहाज को डीजल औरइलेक्ट्रिक दोनों पर ही चलाया जा सकता है।
- युद्धपोत में एंटी-एयर वॉरफेयर के तौर पर 32 बराक-8 सरफेस-टू-एयर मिसाइल लगी हैं।
- एंटी-सरफेस वॉरफेयर के तौर पर16 ब्रह्मोस एंटी-शिप मिसाइलें तैनातहैं। 4 टॉरपीडो ट्यूब्स हैं।
- 2 एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर्स हैं।
- 2 ध्रुव हेलिकॉप्टर तैनात हो सकते हैं।
56 किमी/घंटा है जहाज की स्पीड। साल के अंत तक नौसेना में शामिल होगा। 50 नेवी आॅफिसर और 250 नौसैनिक तैनात हो सकते हैं।