बोरवेल ने फिर लील ली एक और मासूम की जान
लटेरी। विदिशा जिले के लटेरी तहसील के ग्राम खेरखेड़ी पठार गांव में मंगलवार को कच्चे बोरवेल में गिरे 7 वर्षीय मासूम लोकेश अहिरवार को रेस्क्यू के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया है। लगभग 24 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा पुलिस होमगार्ड, राजस्व, स्वास्थ्य आदि विभागों के अमले ने भरपूर कार्य किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की हैं। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि मुख्यमंत्री चौहान ने पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। सूचना मिलने के बाद 7 जेसीबी मौके पर लगाई गई थी। दोपहर 2:00 बजे के बाद पोकलेन मशीनों ने जिम्मा संभाला, जो करीब 24 घंटे तक चलती रही। देर रात डीआईजी इरशाद वली भी मौके पर पहुंचे। क्षेत्रीय विधायक उमाकांत शर्मा भी शाम को 7:00 बजे से सुबह 10:00 बजे तक घटनास्थल पर ही रहे। सुबह 11:45 बजे लोकेश को एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाला और 108 की मदद से लटेरी समुदाय स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने लोकेश की जांच की, लेकिन तब तक देर हो गई थी। लोकेश का पीएम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
साड़ी की गठान नहीं खुलती तो बच जाता लोकेश
खेरखेड़ी में 14 मार्च को सुबह करीब 11:00 बजे खेतों में पड़े खाली बोरवेल के गड्ढे में लोकेश गिर गया। इसकी सूचना लोकेश की दादी को दी तो आसपास के लोग उस गड्ढे के पास पहुंचे। महिलाओं ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो अपनी साड़ियां बांधकर बच्चे तक पहुंचाई। लोकेश ने साड़ी पकड़ी। उसे निकालने का प्रयास किया गया, लेकिन साड़ी की गठान खुलने से बच्चा फिर से नीचे गिर गया। इसके बाद प्रशासन को सूचना दी गई।