सटोरिए दिलीप ने साथी के साथ सट्टे के रुपए लेन देन के लिए खोली थी फर्जी फर्म

सटोरिए दिलीप ने साथी के साथ सट्टे के रुपए लेन देन के लिए खोली थी फर्जी फर्म

जबलपुर। ओमती थाना क्षेत्र में शास्त्री ब्रिज कृति कॉम्पलैक्स स्थित एफ-9 दुकान पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर ऑनलाइन सट्टे की रकम का लेन देन करने के लिए फर्जी फर्म खोलने के मामले में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। ओमती टीआई वीरेन्द्र सिंह पवार ने बताया कि न्यू मल्टी वी ब्लॉक के 5वें फ्लोर अनंततारा निवासी प्रियांशराज श्रीवानी ने एक लिखित शिकायत की है कि उनकी दवा बाजार शास्त्री ब्रिज में प्रेम मेडिकल हाउस नाम से दवा की होलसेल की दुकान है। सन् 2021 में कृति कॉम्पलैक्स की एफ-11 दुकान अरविंद जैन से खरीदी थी, उसकी दुकान के बाजू में एफ 9 नंबर की दुकान है, जिसे उसने 9 लाख 60 हजार रुपए में सन् 2022 में अरविंद जैन से खरीदा था।

जिसके 8 लाख 95 हजार रुपए दे चुका हॅू। 65 हजार रुपए देना बाकि है, जिसे देने के बाद रजिस्ट्री होना बाकि है। नेपियर टाउन निवासी दिलीप खत्री को सन् 2020 से परिचय है, जो उसकी दुकान में दवा लेने आता था। लालमाटी कांचघर निवासी वासू राजपूत दवा के आर्डर लेकर दवा बाजार से दवा खरीदकर सप्लाई का काम करता है। उसकी दवा भी दुकान पर लगातार आया करता था। वासू से भी उसकी पहचान हो गई थी, सन् 2020 अप्रैल में वासू ने उससे एफ 9 नंबर की दुकान के संबंध में जानकारी ली थी और बोला कि दिलीप को दुकान की जरुरत है। जिसे किराए पर लेने की बात कहीं, जब उसने पूछा कि दिलीप को क्या काम करना है, तो वासू ने बताया कि गोदाम के उपयोग के लिए वह दुकान का उपयोग करेगा।

फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्म के नाम से कराया रजिस्ट्रेशन

प्रियांश राज ने शिकायत में बताया कि उसने दुकान किराए पर देने से इंकार कर दिया था। एफ 9 दुकान में वह ही गोदाम चला रहा है। लेकिन उसे पता चला कि वासू राजपूत और दिलीप खत्री ने एफ 9 दुकान के पते पर फर्जी दस्तावेज बनाकर रजिस्ट्रेशन कराया और डायमंड एसोसिएटर्स नाम की फर्म चला रहे है, उस फर्म के माध्यम से ऑनलाइन सट्टे के रुपए का लेन देन होता है। जिससे उसकी छवि धूमिल हो रही है। शिकायत पर पुलिस ने मामला कायम कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

दो दिन की रिमांड में दिलीप

फर्जी सेल कंपनी खुलवाकर सट्टे से अर्जित लाखों रुपए की रकम का लेनदेन करने वाले कुख्यात सटोरिए दिलीप खत्री की थाना लार्डगंज में दर्ज धोखाधड़ी के प्रकरण में भी गिरμतारी की गई है, जिसे दो दिन की रिमांड पर लिया गया है।