दुनिया में हमारी संस्कृति के प्रसार का ब्रांड एम्बेसडर है बॉलीवुड
वर्ल्ड बॉलीवुड डे आज
भारत के एक व्लॉगर तोरवशू जब मंगोलिया पहुंचे। वे मंगोलिया की ट्राइबल संस्कृति को जानने के लिए राजधानी उलानबटोर से कई किमी दूर एक ट्राइब के घर में रुके थे। जब वे उस घर की महिला से मिले तो महिला ने तोरवशू से सबसे पहले कहा जिमी-जिमी, इंडिया (मिथुन की फिल्म डिस्को डांसर का गाना)। डिस्को डांसर का यह गाना इतना अधिक हिट है कि यह भारतीय होने का पर्याय बन चुका है। मंगोलिया ही नहीं रूस में भी इस गाने का क्रेज है। रशियाज गॉट टैलेंट में इस गाने पर परफॉर्मेंस होती हैं। यह है बॉलीवुड जो भारत, भारतीय संस्कृति, जीवनशैली से दुनिया को रूबरू कराता है। बॉलीवुड के फैन सिर्फ भारत, भारतीयों की अच्छी संख्या वाले देश ही नहीं, वो देश भी हैं जिनका हिंदी से कोई संबंध नहीं है। इनमें यूरोप और अफ्रीका के देश भी शामिल हैं।
राजकपूर की फिल्मों से शुरू हुआ था वैश्विक सफर
बॉलीवुड का अंतर्राष्ट्रीय सफर राजकपूर की फिल्मों से माना जाता है। उनकी फिल्में आवारा, श्री 420 रूस में मेगाहिट रहीं। रूस में नरगिस दत्त, अमिताभ बच्चन, मिथुन चक्रवर्ती, रेखा को देखने हजारों की भीड़ जमा हो जाती थी।
देश में हर साल बनती हैं करीब 1000 फिल्में
सेंसर बोर्ड के मुताबिक भारत में हर साल 20 से भी ज्यादा भाषाओं में 1000 फिल्में बनाई जाती हैं। भारतीय सिनेमा की शुरूआत 1913 से मानी जाती है। भारत की पहली मूक फिल्म राजा हरिशचंद्र थी। इसके निर्माता दादासाहेब फाल्के थे। उन्होंने 1913 और 1918 के बीच 23 फिल्मों का निर्माण किया। उनके प्रयासों से भारत में फिल्म उद्योग की नींव पड़ी। 14 मार्च 1931 को भारत की पहली बोलती फिल्म आलम आरा रिलीज हुई।
विदेशों में 1 करोड़ डॉलर कमाने वाली भारतीय फिल्में
दंगल सीक्रेट सुपरस्टार बजरंगी भाईजान बाहुबली 2 पठान पीके अंधाधुंध आरआरआर जवान हिंदी मीडियम
कहां कौन सा एक्टर किया जाता है सबसे ज्यादा पसंद
मथुन चक्रवर्ती- रूस, अफ्रीका
रजनी कांत- जापान मलेशिया
सुदीप किच्चा - जापान
कबीर बेदी - यूरोप, मिडिल ईस्ट
अमिताभ बच्चन - मिडिल ईस्ट, कनाडा , यूके
ऋतिक रोशन - चीन
मघुबाला - मिडिल ईस्ट
नूतन - यूरोप, यूके
नरगिस - रूस
माधुरी दीक्षित- अमेरिका, कनाडा,
यूरोप, मिडिल ईस्टहेमा मालिनी - मिडिल ईस्ट