बड़ा हादसा टला: एसएनसीयू में लगी आग, 68 नौनिहालों को बचाया

बड़ा हादसा टला: एसएनसीयू में लगी आग, 68 नौनिहालों को बचाया

ग्वालियर। जेएएच समूह के कमलाराजा अस्पताल में बने एसएनसीयू में बुधवार बढ़ा हादसा टल गया। यहां दोपहर में अचानक आग लग गई , जिस वार्ड में आगजनी की यह घटना हुई है, वहां पर सीरियस बच्चे भर्ती थे। अचानक आग लगने से वार्ड में भगदड़ मच गई और वार्ड में भर्ती 68 बच्चों के अटेंडर बचाने की गुहार लगाने लगे। आनन-फानन में प्रबंधन सहित डॉक्टर मौके पर पहुंचे और उन्होंने परिजनों को अस्पताल से बहार निकाल दिया और भर्ती सभी बच्चों को पास में ही बने दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया, इसमें करीब डेढ़-दो घंटे का समय लगा। वहीं कुछ बच्चों की छुट्टी कर परिजनों को सौंप दिया।

बुधवार को दोपहर ढाई बजे वार्ड में बिजली के बोर्ड में अचानक धुआं निकलना शुरू हुआ और देखते ही देखते वार्ड में धुआं भरने लगा, जिससे भर्ती बच्चों की हालत बिगड़ने लगी, मौके पर मौजूद प्रबंधन व स्टाफ ने तत्परता दिखाते हुए वार्ड में भर्ती बच्चों की तुरंत शिफ्टिंग की, जिसमें किसी भी मरीज की जान नहीं गई। बता दें इस वार्ड में नवजात बच्चे भर्ती थे, हालांकि मौके पर पीडियाट्रिक्स विभाग के एचओडी डॉ. अजय गौड़, अधीक्षक डॉक्टर धाकड़ सहित कई अन्य डॉक्टर मौजूद रहे।

तीन साल में नहीं बदली वायरिंग

इस आग के पीछे प्रबंधन शॉर्ट सर्किट को कारण मान रहा है, यह पहला मौका नहीं है जब इस अस्पताल में आग लगी है। तीन साल पहले साढ़े तीन लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर पीडब्ल्यूडी को भेजा गया, लेकिन वायरिंग अब तक नहीं बदली गई। वर्ष 2009 में 30 बेड का एसएनसीयू बनकर तैयार हुआ। 30 बच्चों को भर्ती कर उपचार देने की व्यवस्था थी, यहां वेंटिलेटर, वार्मर, सी-पेप, फोटो थैरेपी, सिरिंग पंप, मानीटर मिलाकर 150 मशीन थी जो कि अब बढ़कर 300 हो गई हैं।

दोपहर में एसएनसीयू में शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी, इस वार्ड में भर्ती सभी 68 बच्चों को तुरंत दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया था। इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट ने फॉल्ट को सही करने का काम प्रारंभ कर दिया है। डॉ. वीरेन्द्र वर्मा, सहायक अधीक्षक जेएएच