विदेश में बसे भोपाली सालों बाद परिवार और दोस्तों के साथ मनाएंगे मीठी ईद
ईद को लेकर घरों में तैयारियां तेज हो गईं हैं और सभी मीठी ईद वाले दिन का मैन्यू तय कर रहे हैं, जिसमें कई सारे पकवान तैयार होंगे जिसका जायका लोग अपने परिवार, रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ मिलकर लेंगे। विदेश में बसे कई भोपालवासी भी सालों बाद मीठी ईद के मौके पर घर आए हैं ताकि परिवार के साथ मीठी ईद सेलिब्रेट कर सकें। कोई दुबई, यूके, कनाडा तो कोई सिंगापुर से आया है। सभी का कहना है कि हमें तो भोपाली सिवइयां से लेकर मुजाफिर और शीर सिवइयां की महक सभी अभी आने लगी है।
मीठी ईद सात साल बाद परिवार के साथ
इस बार ईद का उत्साह बहुत ज्यादा है क्योंकि हम मीठी ईद सात साल बाद भोपाल में अपने परिवार के साथ मनाएंगे। ईद पर स्वीट डिशेज में डालने के लिए लंदन से अपने साथ लगभग 4 किलो ड्रायफ्रूट्स लाए हैं, जो दोस्तों व रिश्तेदारों को भी देंगे। इसके अलावा अपने साथ लगभग 8 किलो खजूर भी लेकर आए हैं। अपने ईद के ड्रेसेस भी भोपाल में ही तैयार करवाए हैं ताकि त्योहार पूरी तरह से स्थानीय तरह से मना सकें। मैं इस बार ईद पर शीर खुरमा, सिवइयां फिरनी, सीक कबाब, दही भल्ले, छोले भटूरे, मिक्स वेज प्लेटर, ड्रायफ्रूट की ईद स्पेशल खीर बनाउंगी। ईद वाले दिन लगभग 12 लीटर दूध का इस्तेमाल मीठे में होगा। साएमा फारुकी, लंदन
घर की अफगानी बिरयानी का लेंगे स्वाद
मैं मीठी ईद अपने परिवार के साथ पांच साल बाद मनाउंगा। अपने घर की सिग्नेचर डिश अफगानी बिरयानी का जायका मुझे बहुत भाता है। इसके अलावा हमारे घर में लाहौरी मिक्स μलेवर कबाब बनते हैं, यह मेरी खास पसंद है। शाही टुकड़े, ड्रायफ्रूट खीर जैसे पकवान बनेंगे। सालों बाद अपने पुराने दोस्तों से मिलना हमें तरोताजा कर देगा। ईद वाले दिन 50 से 60 लोगों की गेदरिंग तो रहेगी, तो खूब खान-पान होगा।
फारूक मजहर, लंदन
ईद खास क्योंकि उसके बाद मेरा निकाह ईदी का बच्चों को खास क्रेज रहता है तो उनके लिए चॉकलेट लेकर आया हूं जिससे वो खुश हो जाएंगे। मैं अपने परिवार के साथ मीठी ईद सात साल बाद मनाउंगा। अपने साथ ड्रायफ्रूट्स भी लेकर आया हूं जो कि हम मीठे पकवानों में इस्तेमाल करेंगे। मेरे लिए यह ईद इसलिए भी खास है क्योंकि ईद के बाद मेरा निकाह है, तो मेरी तैयारी ईद को लेकर कुछ ज्यादा ही हैं। मैं ईद के लिए स्थानीय डिजाइनर से ड्रेसेस तैयार करवा रहा हूं और ईद वाले दिन ब्लैक पठानी सूट पहनूंगा। भोपाल जैसी ईद की रौनक मुझे कहीं और नजर नहीं आती। अनस गुलजार, टोरंटो, कनाडा