वर्ल्ड कप में 2 हजार करोड़ का सट्टा लग सकता है, सटोरियों की प्लानिंग हुई
जबलपुर। आंकड़ा सुनने में चौंकाने वाला लग सकता है मगर सच है,वर्ल्ड कप क्रिकेट में इस बार 2 हजार करोड़ तक का सट्टा व्यापार होगा। इसमें जबलपुर जहां से 20 जिले सहित महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ तक के दांव लगाए जाते हैं के लिए सटोरियों का सिंडिकेट एक्टिव हो चुका है। हाल ही में इस सिंडिकेट के चुनिंदा मेम्बरों ने पर्यटन क्षेत्र के एक रेस्टॉरेंट में बैठक कर अपनी स्ट्रेटेजी भी तय कर ली है।
पिछली बार 2019 के विश्व कप में जो सिंडिकेट एक्टिव था उसके सतीश सनपाल,गुरमुख आहूजा आदि के लिए आज तक पुलिस तलाश में हाथ-पांव मार रही है,इसमें भी 9 हजार करोड़ के ऑन रिकॉर्ड लेन-देन का ब्यौरा पुलिस को मिला था। सूत्रों के मुताबिक 3 दिन पूर्व पर्यटन क्षेत्र के एक रेस्टॉरेंट में हुई बैठक जो कि 3 से 5.30 बजे तक हुई है में शामिल सटोरियों ने पुलिस से बचने के लिए प्लॉनिंग तैयार की है। इस गोपनीय बैठक की भनक तक किसी को नहीं लग पाई। इसमें शामिल 3 कुख्यात पुराने सटोरियों ने यह भी तय किया कि पुलिस कार्रवाई से कैसे बचा जाए और यदि कोई सटोरिया या गुर्गा पकड़ा जाता है तो उसे तत्काल छुड़ाने कैसे काम किया जाए।
पुलिस भी हुई एक्टिव
बताया जाता है कि हाल में न्यूजीलैंड-इंग्लैंड के बीच गुरूवार को अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में हुए ओपनिंग मैच के बड़े मुकाबले में करोड़ों का क्रिकेट सट्टा लगने की सुगबुगाहट के बीच पुलिस के आला अ फसर एक्टिव हो गए हैं। वहीं सटोरिये भी विश्व कप के त्योहार के लिए 5 साल तक इंतजार करते हैं।
18 जिले तक लोकल नेटवर्क
जबलपुर से 18 जिलों का सीधा नेटवर्क बताया जाता है। इनमें कटनी,पन्ना,सतना,रीवा, सीधी, सिंगरौली,अनूपपुर,शहडोल, उमरिया, मंडला, डिंडौरी,बालाघाट,छिंदवाड़ा, सिवनी,नरसिंहपुर, दमोह एवं सागर सहित जबलपुर का ऑन लाइन सट्टा लिया जा रहा है। वर्ल्ड कप मैच के लिए बुकीज अपने चुनिंदा ग्राहकों से संपर्क कर रेट सहित अन्य जानकारियां उन्हें दे रहे हैं। पुलिस से बचने के लिए सटोरिये पहले ही सुरक्षित स्थान तय कर चुके हैं। इनका एक बड़ा सिंडीकेट रिहायशी इलाकों के खाली पड़े मकानों से हाईटेक सट्टा संचालन कर रहे हैं।
ये निर्णय लिए गए
- कोई भी सटोरिया नगद राशि पास में नहीं रखेगा
- मोबाइल पर किसी तरह का पुराना डाटा नहीं रखेगा
- रकम ट्रांसफर के लिए दूसरा मोबाइल उपयोग होगा
- इस मोबाइल को साथ में लेकर नहीं चलना है
- कंप्यूटर व लैपटॉप पर ई-डाक्यूमेंट्स में एजेंट के नाम व राशि कोडवर्ड में दी जाती है।
- एजेंट सीधे तौर पर महाराष्ट्र,गोवा और दुबई से ऑनलाइन जुड़े रहते हैं।
- पूरा सट्टा एक ऐप के जरिये खेला जाता है।
- इसे गूगल प्ले स्टोर में जाकर सीधे नहीं डाउनलोड किया जा सकता, दांव लगाने वाली पहचान और भरोसा कायम होने के बाद सटोरिये उसे एक लिंक भेजते हैं जिसके जरिये वह एप को डाउनलोड कर सट्टा खिला सकता है।