बरगी विधायक ने सदन में खुलेआम लगाए उद्यानों में भ्रष्टाचार के आरोप
जबलपुर। नगर निगम की सामान्य सभा की बैठक मंगलवार को तीसरे दिन संपन्न हुई। बैठक में उस वक्त सनसनी फैल गई जबकि बरगी क्षेत्र से भाजपा विधायक नीरज सिंह ने उद्यान निर्माण में खुलेआम भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उनका कहना था लागत 60 लाख बताई गई और काम बामुश्किल 20 लाख का भी नहीं किया गया है। उन्होंने अध्यक्ष रिकुंज विज से मांग की कि इस मामले में अध्यक्ष, नेताप्रतिपक्ष, एडीशनल कमिश्नर,एमआई सी की एक 5 से 7 सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच की जानी चाहिए। विधायक श्री सिंह का सदन में आकस्मिक रूप से आगमन हुआ था वे सामान्य सभा की बैठक के पहले दिन भी सदन में आए थे।
बाद में यह मामला भाजपा पार्षद अतुल दानी के द्वारा भी उठाया गया और उन्होंने उद्यान अधिकारी आदित्य शुक्ला को महापौर जगत बहादुर सिंह द्वारा एक्सटेंशन दिलाए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस अधिकारी की मप्र शासन जांच कर रहा है उसे सेवावृद्धि दिलाकर क्या महापौर लोकप्रिय होना चाहते हैं। उद्यान कार्य में एक्यूआई की राशि की बंदरबांट पर भी उन्होंने गंभीर आरोप लगाए और कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। उनके साथ और भी कई भाजपा पार्षद गर्भगृह में धरने पर बैठ गए जिन्हें नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने उठवाया और महापौर के द्वारा आश्वस्त किया गया कि आरोपों की जांच करवाई जाएगी।
इन उद्यानों पर विधायक ने लगाए आरोप
विधायक श्री सिंह ने कहा कि 2 दिन पूर्व उन्होंने वार्ड नंबर 72 का निरीक्षण किया था जिसमें वार्ड पार्षद अर्चना सिसौदिया साथ थीं। यहां पर श्रीधाम पार्क व श्रीराम पार्क के नाम से 2 उद्यान बनाए गए हैं जिनमें भारी भ्रष्टाचार किया गया है। इसकी जांच करवाई जानी चाहिए। इन उद्यानों में घटिया व गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य हुआ है एक पार्क की लागत 60 लाख बताई गई है जिसमें 20 लाख का भी काम नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां शिव पार्क है जिसे बनवाने की मांग की जा रही है मगर इसे नहीं बनवाया गया।
महिला पार्षद भी मुखर रहीं
महिला पार्षदों ने अपने वार्डों की समस्याओं पर जमकर सत्ता पक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारी अधिकारी नहीं सुनते हैं। सदन की बैठकों में लगातार आवाज उठाने के बावजूद हमारी समस्याएं यथावत हैं। अधिकारियों को आदेश दिए जाएं कि वे हमारी बात सुनें। महिला पार्षद वर्षा सेन, सोनिया सिंह,रितु यादव, कृष्णा दास,अर्चना सिसौदिया, शारदा कुशवाहा, प्रतिभा भापकर, लवलीन आनंद, सावित्री शाह, अंजना अग्रहरि आदि महिला पार्षदों ने अपने-अपनेवार्डों की समस्याएं मुखरता से उठाई।
पार्षद मद के प्रस्तावों पर जेडओ की अनदेखी पर भड़के
बैठक के प्रारंभ में पार्षदों ने आरोप लगाया कि सदन के आदेश के बावजूद संभागीय अधिकारी उनके पार्षद मद के कामों के प्रस्ताव लेने में आनाकानी कर रहे हैं और कह रहे हैं कि हमारे पास अभी तक आयुक्त के आदेश नहीं आए हैं। पार्षदों ने एकस्वर में सदन की कार्रवाई आगे न चलने पर निर्णय लिया। इसके बाद अध्यक्ष ने निगमायुक्त की आसंदी पर बैठे अधिकारी को तत्काल आदेश सभी संभागीय अधिकारियों को देने के निर्देश दिए। जब महापौर ने सदन को बताया कि आदेश वाटसएप पर दे दिए गए हैं और हार्ड कापी भिजवाई जा रही है तब जाकर पार्षद माने।