लीकेज के चलते फूटी बाणसागर नहर, मोहनिया टनल में भरा पानी

लीकेज के चलते फूटी बाणसागर नहर, मोहनिया टनल में भरा पानी

जबलपुर/सीधी। रीवा जिले के गुढ़ स्थिति मोहनिया में एशिया की सबसे बड़ी सुरंग बनाई गई है, जिसमें नीचे हाईवे है और ऊपर बाणसागर नहर है। सुरंग में चार नहर क्रॉसिंग भी बनाए गए हैं, नहर का पानी उत्तर प्रदेश की तरफ जा रहा था। गुरुवार देर रात करीब 11.30 बजे लीकेज के चलते अचानक नहर फूट गई। नहर का पानी आस-पास के इलाकों तथा मोहनिया टनल में भर गया। घटना की सूचना मिलते ही चुरहट विधायक शरदेंदु तिवारी, सीधी कलेक्टर और एसपी भी मौके पर पहुंच गए। संबंधित अफसरों ने शहडोल जिले के देवलोंद स्थित बाणसागर डैम के अधिकारियों से रात लगभग 12 बजे बात की। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और बाणसागर के अधिकारियों ने तय किया कि नहर का पानी डायवर्ट हो जाए तो टनल को खतरा टल जाएगा।

गडकरी ने किया था लोकार्पण

गौरतलब हो कि, मोहनिया टनल का निर्माण राष्ट्रीय सड़क विकास प्राधिकरण ने 1004 करोड़ रुपए की लागत से कराया है। इसका लोकार्पण केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया था।

नहर फूटने का कारण खोज रहे अधिकारी

बाणसागर के अधिकारियों का कहना है कि 2 नंबर की टनल में लीकेज आया था। जिससे मोहनिया टनल में सीधी जिले के चुरहट की छोर पर पानी भरने लगा। बड़े हादसे से पहले ही 4 नंबर में पानी डायवर्ट कर दिया है। ऐसे में एनएचएआई का किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। लीकेज के वास्तविक कारणों को खोजा जा रहा है।

शुक्रवार की सुबह फिर चालू हुई टनल

रात में ही नहर की सप्लाई बंद करनी पड़ी। इसके बाद जेसीबी की मदद से हाईवे के नीचे से जाने वाले कैनाल में पानी डायवर्ट किया गया। पानी पूरी तरह से खाली होने में सुबह हो गई। इस दौरान एनएच-39 पर लगभग दो घंटे तक यातायात अवरुद्ध रहा। शुक्रवार की सुबह पानी निकल जाने के बाद टनल को फिर से चालू किया गया।