7200 कीलों से बनाया बाबा साहेब का पोर्ट्रेट तो किसी ने बांस से अयोध्या का राम मंदिर
कला की कोई सीमा नहीं होती और कोई विचार दिमाग में आने पर कलाकार उसे मूर्त रूप देने की कोशिश करने लगते हैं। भोपाल में ऐसे ही कुछ कलाकार हैं जो हटकर आर्ट वर्क करते हैं जिसे देखकर लोग हैरान रह जाते हैं। कोई हजारों लोहे की कीलों से लकड़ी के कैनवास पर देश की महान शख्सियतों को उकेरता है तो कोई बांस के जरिए मंदिर, पशु-पक्षी और जंगल के नजारे पेश करता है। इस तरह के काम में महीनों की मेहनत और कई रातें लग जाती हैं तब जाकर कलाकार अपने मन-मस्तिष्क में बुने चित्र के साकार कर पाता है। ऐसे ही दो कलाकारों की महीनों की मेहनत से किए गए काम को पेश कर रहे हैं, वर्ल्ड आर्ट डे के मौके पर।
बाइक की 6 चेन और लोहे की कीलों से बनाया पोर्ट्रेट
युवा आर्टिस्ट इमरान खान कहते हैं, बचपन से मुझे पेंटिंग का शौक है, पिताजी फर्नीचर बनाने का काम करते थे तो मुझे लकड़ी और कीलों से वास्ता पड़ता ही था। वहीं से मुझे आइडिया आया कि क्यों न कुछ नया क्रिएट किया जाए। हाल में मैंने 7200 कीलों से बाबा साहेब अंबेडकर का पोर्टÑेट तैयार किया है, साथ ही इसमें बाइक की 6 चैन को जोड़कर भारत का नक्शा बनाया है। जिसे एक लकड़ी के बोर्ड पर तैयार किया है, इसे बनाने में एक महीने का समय लगा है।