भाजपा की मैदानी स्थिति में सुधार, विधानसभा चुनाव में हम 150 सीटें जीतेंगे: हिमंत बिस्वा
असम के सीएम बोले-पत्नी ने सब्सिडी का एक भी रुपया लिया हो तो कुर्सी व राजनीति छोड़ दूंगा
भोपाल। भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा और चुनावी सभाओं में तीन दिन से पसीना बहा रहे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का दावा है कि मप्र में भाजपा की स्थिति अब सुधार पर है। चुनाव अब लय पर आ गया है, लाड़ली बहना सहित अन्य योजनाओं से काफी फर्क पड़ा। वह बोले-मेरा अनुमान है कि 10 दिन में चुनाव घोषित हो जाएंगे, भाजपा 150 सीटें जीतेगी। कांग्रेस और राहुल गांधी पर उन्होंने निशाना साधा। असम में एक से अधिक शादी और नागरिकता कानून पर वह बोले-दिसंबर तक बहुपत्नी प्रथा के खिलाफ कानून बन जाएगा। पत्नी पर 10 करोड़ की सब्सिडी लेने के आरोप पर वह बोले-मेरी पत्नी ने यदि एक रुपए भी लिया हो तो मैं मुख्यमंत्री पद और राजनीति भी छोड़ने को तैयार हूं। मामले में उनकी पत्नी मानहानि का मुकदमा भी दायर करेंगी। भाजपा के पक्ष में मप्र के चुनावी दौरे पर निकले सीएम सरमा ने चुनिंदा पत्रकारों से चर्चा के दौरान अनेक मुद्दों पर बेबाकी से बात की। वह बोले-सनातन पर स्टालिन के बयान पर कांग्रेस का रिएक्शन भी नहीं आया, यदि मुस्लिमों के खिलाफ कुछ बात होती तो सिर तन से जुदा जैसी बातें होने लगतीं। यही सबसे बड़ी समस्या है। उन्होंने जन आशीर्वाद यात्रा, सनातन, मुस्लिम तुष्टिकरण, केंद्र-राज्य की योजनाएं, असम में रोहिंग्या मुसलमानों की घुसपैठ और गाय की कुर्बानी जैसे संवेदनशील मुद्दों पर अपने विचार रखे। यह भी बताया कि असम के बाशिंदे अब प्रगतिशील हो रहे हैं। गाय की कुर्बानी पर स्वत: ही रोक लगने लगी है। बच्चों का रुझान मदरसों के बजाए मेडिकल-इंजीनियरिंग पढ़ाई की तरफ बढ़ रहा है। पेश है उनसे हुई चर्चा के अंश...
‘कर्नाटक में कांग्रेस और भ्रष्टाचार बाप-बेटे जैसे , मप्र में भाजपा का स्ट्रांग नेटवर्क’
- तीन दिन से तूफानी दौरे पर हैं, आपका क्या आकलन है?
-भाजपा की स्थिति पहले से ठीक है। राज्यों के इश्यू ऊपर-नीचे होते हैं लेकिन मोदीजी को लेकर पब्लिक का क्रेज बरकरार है। मप्र में भाजपा का स्ट्रांग नेटवर्क है।
- कर्नाटक की तरह क्या भ्रष्टाचार मप्र में भी मुद्दा बनेगा?
-ऐसा कोई मुद्दा नहीं, कांग्रेस और भ्रष्टाचार तो बाप-बेटे जैसे हैं। कर्नाटक का मामला अलग था, मप्र का माहौल बिल्कुल अलग है।
- चुनाव में रेवड़ी कल्चर पर क्या कहेंगे?
-यह वंचितों का सशक्तिकरण है, महिलाओं को पैसा देना उनके स्वाभिमान और सम्मान को बढ़ाएगा।
- आप कांग्रेस में भी रहे, अब 8 साल से भाजपा के साथ हैं, क्या अंतर देखते हैं?
-बहुत फर्क है, कांग्रेस में गांधी फैमिली का स्थान देश से ऊंचा है लेकिन भाजपा में छोटा कार्यकर्ता भी देश को बड़ा बताएगा। तेलंगाना में वर्कर्स ने दुर्गाजी के फोटो में सोनिया गांधी का चेहरा लगा दिया, कांग्रेस ने आपत्ति भी नहीं ली।
- क्या चुनाव में सनातन का मुद्दा गरमाएगा?
-देखिए, स्टालिन ने जो कहा उस पर कांग्रेस को सबसे पहले आपत्ति करना थी, कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। खड़गे के बेटे ने भी हिंदू धर्म के खिलाफ बोल दिया। हमारा 5 हजार साल का इतिहास है। ऐसा कुछ मुस्लिमों के खिलाफ होता तो बवाल हो जाता।
- राहुल गांधी को लेकर आप बहुत मुखर रहते हैं?
-मेरा सवाल इतना ही है? कि राहुल को मोदीजी के खिलाफ बोलना है? तो असम, मप्र, उप्र अथवा देश के किसी भी राज्य में चले जाएं। वह यूरोप ही क्यों जाते हैं? दरअसल,देश में निवेश रोकने के लिए वह माइंड गेम खेल रहे हैं।
- असम में रोहिंग्या घुसपैठ, रोजगार और गो-हत्या पर क्या कहेंगे?
-घुसपैठ पर सख्ती से रोक लगाई है। दो महीने में हजारों लोग पकड़े, रोहिंग्या घुसपैठ कर जम्मू-कश्मीर व अन्य राज्यों में फैल रहे हैं। गाय की कुर्बानी भी कम हुई है। अभी हमने 1 लाख लोगों को नौकरियां दी हैं।
- आपकी पत्नी पर केंद्र से 10 करोड़ रुपए की सब्सिडी लेने का आरोप लगा है?
यह गलत है, मेरी वाइफ शादी के पहले से काम करती हैं। सब्सिडी का एक रूपए भी लिया हो तो मैं तुरंत सीएम का पद छोड़ दूंगा। राजनीति से सन्यास ले लूंगा।