भाजपा नेताओं को आशंका, अक का टूल चुनाव में पैदा कर सकता है खतरा
भोपाल। भाजपा नेताओं को आशंका है कि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस- एआई का एक नया टूल लोगों को गुमराह कर सकता है। इससे गलत जानकारियां फैलाने का खतरा भी संभावित है। वहीं डाकमत्रों को डाक के जरिए भेजने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। यह बात सोमवार को भोपाल पहुंची केन्द्रीय निर्वाचन आयोग की टीम के समक्ष कही गई। विपक्षी नेताओं ने सुझाव दिया है कि बैनर-पोस्टर में अनुमति की जानकारी दर्ज हो। आयोग के समक्ष भाजपा के प्रदेश संयोजक चुनाव आयोग एसएस उप्पल, मनोज द्विवेदी और कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, जेपी धनोपिया और बसपा के प्रदेश अध्यक्ष सीएल गौतम ने सुझाव रखे। केन्द्रीय निर्वाचन दल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की अगुवाई में भोपाल पहुंचा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने दल का स्वागत किया। दल में निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल, अनूप चंद्र पाण्डे, महानिदेशक निर्वाचन डॉ. नीता वर्मा आदि हैं।
राजनीतिक दलों ने मतदाता सूची में नाम जोड़ने-हटाने की जानकारी मांगी
भाजपा
- डाकमत पत्रों को लेकर कहा गया कि फैसिलिटेशन मतपत्र बाक्स केवल संबंधित प्रशिक्षण स्थलों में द्वितीय, अनुवर्ती प्रशिक्षण के दिनों में रखा जाए। मतदान दलों के भेजे जाने के दिन डिस्पेच सेंटर पर फेसिलिटेशन मतदान बाक्स में रखा जाए।
- प्रदेश में बने 546 नवीन, विलोपित मतदान केन्द्रों की जानकारी दी जाए।
- कौन से केन्द्र बंद करके उसके बदले में कौन से केन्द्र नए खोले गए हैं। बंद केन्द्रों के मतदाताओं को किन क्षेत्रों की मतदाता सूची में जोड़ा गया है।
- फैमली वोटर स्लिप परिवार के मुखिया को दिए जाने का प्रावधान हो।
बसपा
- सरकार चुनावी घोषणाएं कर रही है, इस पर रोक लगाई जाए।
- ईवीएम के बटन को आधार से लिंक करते हुए उसे थंब इंप्रेशन से जोड़ा जाए जिससे गड़बड़ी की संभावना खत्म हो जाएगी।
- मतदाता सूची में रंगीन फोटो लगें।
- वीवीपैट मशीन से जो पर्ची निकलती है तो उसे मतदाताओं को उपलब्ध कराएं।
कांग्रेस
- मतदाता सूची में रंगीन फोटो लगें।
- वीवीपैट मशीन से जो पर्ची निकलती है तो उसे मतदाताओं को उपलब्ध कराएं।
- जिस विधानसभा में एक हजार से कम मतों से जीत हार का अंतर होता है, वहां दोबारा मतगणना कराई जाए।
- मतदान की घोषणा के बाद मतदाता सूची में न तो नाम जोड़ें, न हटाएं।
- भाजपा के घोषित प्रत्याशियों के पक्ष में शासन द्वारा खर्च की जा रही राशि को उनके चुनाव खर्च में जोड़ा जाए।
मतदाता जागरुकता गीत जारी, ईपिक कार्ड भी बांटे
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने रवीन्द्र भवन में आयोजित कार्यक्रम में विशेष कवर एनवलप, और मतदाता जागरुकता गीत जारी किया । युवा मतदाताओं को ईपिक कार्ड बांटे। मतदान में भाग लेने वाले 80 वर्ष से अधिक आयु के वयोवृद्ध और दिव्यांग मतदाताओं का सम्मान किया गया। आयोग ने आयकर, बैंक, जीएसटी, आबकारी, पुलिस, परिवहन सहित अन्य इनफोर्समेंट एजेंसियों से चुनाव में कालेघन, शराब के रोक पर चर्चा की।