भाजपा हमलावर, सीएम बोले-कांग्रेस का चरित्र सनातन और श्रीराम विरोधी
भोपाल। अयोध्या में 22 जनवरी को हो रहे श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का कांग्रेस द्वारा निमंत्रण ठुकराने के मामले में भाजपा एकाएक हमलावर हो उठी है। पार्टी ने इसे मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस पर सनातन और राम विरोधी होने का आरोप लगा दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर जमकर हमले किए। आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को राम और सनातन विरोधी बताकर घेरने की रणनीति बनाई जाने लगी है। अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए 22 जनवरी तक घरों में पीले चावल के साथ दस्तक देने का कार्यक्रम बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने इसके बाद आगामी एक-डेढ़ महीने के लिए लगातार जनसंपर्क और बूथ स्तर पर मैदानी स्थिति मजबूती की मुहिम शुरू करने की कार्ययोजना भी तैयार है।
बहुसंख्यकों की भावनाओं को आघात पहुंचाया : सीएम
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस ने आमंत्रण ठुकराकर देश के बहुसंख्यकों की भावनाओं को आघात पहुंचाया है। कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगना चाहिए।
पूर्व सीएम उमा भारती बोलीं- रहा न कुल कोऊ रोवन हारा
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने राम चरित मानस की एक चौपाई के जरिए अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ‘राम विमुख अस हाल तुम्हारा, रहा न कुल कोऊ रोवन हारा।’
‘विनाश काले विपरीत बुद्धि’
पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता जयभान सिंह पवैया ने भी राम मंदिर को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास प्रायश्चित करने का अच्छा अवसर था लेकिन उसने यह अवसर गंवा दिया। यह विनाश काले विपरीत बुद्धि ही है।
राम मंदिर पूरा बन जाए और शंकराचार्य जाएं, तब हम भी दर्शन को जाएंगे : पटवारी
सबलगढ़। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने गुरुवार को कहा कि भगवान श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर बनने का मार्ग सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद प्रशस्त हुआ था। इससे पहले 1986 में हमारे ही प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने राम मंदिर का ताला खुलवाया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में पटवारी ने कहा कि हम भी लाखों कार्यकर्ताओं के साथ तब भगवान राम के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे, जब मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा और शंकराचार्य दर्शन करने पहुंचेंगे।
केके मिश्रा ने पूछे 10 सवाल
भोपाल। इधर, प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग अध्यक्ष केके मिश्रा ने भाजपा नेताओं के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई। उन्होंने 10 सवालों में पूछा है कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा पौष मास में कराने की सलाह किसने दी? अधूरे निर्माण में प्राण प्रतिष्ठा क्यों? प्राचीन मूर्ति की चर्चा क्यों नहीं हो रही? इसके साथ ही उन्होंने अन्य सवाल भी किए हैं।