सीधी में भाजपा विधायक शुक्ला के बगावती तेवर, निकालेंगे न्याय यात्रा

टिकट वितरण से भाजपा में असंतोष, इधर कांग्रेस में गुटबाजी

सीधी में भाजपा विधायक शुक्ला के बगावती तेवर, निकालेंगे न्याय यात्रा

भोपाल। विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशियों की सूची को लेकर कई जिलों में असंतोष थम नहीं रहा। सीधी में टिकट कटने से नाराज विधायक केदार शुक्ला ने एक बार फिर अपने बगावती तेवर दिखा दिए हैं। स्वयं को असली भाजपा बताते हुए उन्होंने क्षेत्र में न्याय यात्रा निकालने का ऐलान कर दिया है। उधर खंडवा में भी विधायक देवेंद्र वर्मा के खिलाफ नारेबाजी हुई। राजनगर सीट पर दावेदार घासीराम पटेल भी अलग सियासी डगर पर चलने का ऐलान कर चुके हैं। भाजपा ने सीधी सीट से क्षेत्रीय सांसद रीति पाठक को उम्मीदवार घोषित किया है। इस पर मौजूद विधायक शुक्ला ने न्याय यात्रा निकालने का ऐलान किया। उन्होंने कहा है कि वे ही असली भाजपा हैं, जिसे टिकट दिया गया है, वह नकली भाजपा है। मुझे सपा, बसपा और ‘आप’ की तरफ से आॅफर मिल रहे हैं लेकिन मना कर दिया।

राजनगर: विरोध के सुर

राजनगर सीट पर अरविंद पटैरिया को टिकट मिलने के बाद दावेदार रहे पूर्व जिलाध्यक्ष घासीराम पटेल ने विरोध तेज कर दिया है। भाजपा ने 2018 में भी पटैरिया पर दांव लगाया था लेकिन वह कांग्रेस के कुंवर विक्रम सिंह नातीराजा से चुनाव हार गए थे। जबलपुर पश्चिम सीट पर सांसद राकेश सिंह को टिकट मिला है। यहां से पूर्व विधायक हरेंद्र सिंह बब्बू और प्रभात साहू, युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष अभिलाष पांडे दावेदारी कर रहे थे।

भाजपा के 3 सांसद पहली बार लड़ेंगे विस चुनाव

भाजपा द्वारा 39 प्रत्याशियों की दूसरी सूची में तीन केंद्रीय मंत्रियों सहित 7 सांसदों को भी चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया गया है। इनमें केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के अलावा राकेश सिंह और रीति पाठक मध्यप्रदेश विधानसभा का चुनाव पहली बार लड़ रहे हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी सीट पर चुनाव लड़ने के लिए भेजा गया है।

खंडवा : सांसद के सामने नारेबाजी

-खंडवा पहुंचे इंदौर सांसद शंकर ललवानी के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रीय विधायक देवेंद्र वर्मा के खिलाफ नारेबाजी कर दी। इसके पहले टिकट के दावेदारों ने विधायक वर्मा की जाति प्रमाण पत्र वाला विवाद उठा दिया था।

कांग्रेस की जनआक्रोश यात्रा में मंच पर विवाद

कांग्रेस की जन आक्रोश यात्राएं समाप्त होने वाली हैं लेकिन वरिष्ठ नेताओं की समझाइश के बावजूद भी कांग्रेस के स्थानीय नेताओं का मन मुटाव दूर नहीं हो पा रहा है। यात्राओं के दौरान मंच पर ही नेता आपस में भिड़ गए। ताजा मामला डिंडोरी जिले के शहपुरा क्षेत्र का है जहां कांग्रेस नेत्रियों का विवाद इतना बढ़ा कि मंच पर बैठे नेताओं को बीच बचाव करना पड़ा। यह विवाद तब हुआ जब कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य, यात्रा प्रभारी कमलेश्वर पटेल और सीईसी मेंबर व विधायक ओमकार सिंह मरकाम भी मौजूद थे। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही शिवपुरी जिले के कोलारस में हालिया कांग्रेस में शामिल हुए विधायक वीरेंद्र रघुंवशी को मंच पर बोलने देने और रघुराज धाकड़ को बोलने नहीं देने पर विवाद हो गया। उज्जैन के बड़नगर में कांग्रेस नेत्री ने मंच पर नहीं जाने देने को लेकर विधायक की शिकायत की थी। वहीं पन्ना के पवई में मुकेश नायक और उनके विरोधियों के बीच विवाद भी हो गया था। नर्मदापुरम में जिला कार्यकारी अध्यक्ष ने वरिष्ठों को बैठने का स्थान नहीं देने के आरोप लगाए थे।

मैं क्या हूं, पार्टी जानती है ''मैं क्या हूं यह पार्टी जानती है। मैं कोई भी रिएक्शन नहीं दूंगी। रीति पाठक, सांसद सीधी लोकसभा