कोरोना से बचना भी है और मिठाईभी खाना है ... शॉप से नहीं, मोबाइल वैन से फेमस स्वीट ब्रांड्स की होम डिलीवरी की डिमांड

कोरोना से बचना भी है और मिठाईभी खाना है ... शॉप से नहीं, मोबाइल वैन से फेमस स्वीट  ब्रांड्स की होम डिलीवरी की डिमांड

I AM BHOPAL । कोरोना की वजह से राशन की दुकानों को छोड़कर सारी चीजें बंद थीं। लॉकडाउन-4 में सरकार ने भोपाल में आम लोगों को राहत दी है। होम डिलीवरी के लिए अब रेस्टोरेंट व मिठाई की दुकान खुल गई हैं। भोपाल में बुधवार से सीधे भी आप दुकान से मिठाई खरीद सकते हैं। इनमें से एमपी नगर स्थित मनोहर डेयरी से ट्रायल बेसिस पर कुछ सोसायटी में वैन सिस्टम के जरिए भी मिठाई की डिलीवरी हो रही है। वहीं मिलन स्वीट्स और गागर स्वीट्स ऑनलाइन  प्लेटफॉर्म्स के जरिए आर्डर  ले रहे हैं। साथ ही आने वाले समय में खुद होम डिलीवरी सिस्टम की व्यवस्था पर प्लानिंग कर रहे है। शहरवासियों में अभी भी दुकान जाकर मिठाई खरीदने का डर बना हुआ है इसलिए वे चाहते हैं की सोसाइटी में एक साथ आर्डर मिले और होम डिलीवरी हो जाए। आईएम भोपाल ने शहर की सोसाइटी मेंबर्स से बात की और उनसे जाना की क्या वे मिठाई की होम डिलीवरी से संतुष्ट होंगे?

 वेबिनार से मिली कैसे फुड इक्विपमेंट्स करें सेनिटाइज

मनोहर डेरी के ओनर विनय हरवानी ने बताया कि इस लॉकडाउन में मैंने कईं  ऑनलाइन  वेबिनार अटेंड किए। पिछले एक डेढ़ महीने से जो टाइम निकला इसमें फेडरेशन ऑफ     होटल एंड रेस्टॉरेंट एसोसिएशन  ऑफ इंडिया और फूड  सेफ्टी  एंड स्टैंडर्ड्स ऑथोर्टी  ऑफ  इंडिया के सभी वेबिनार अटेंड किए हैं। इस दौरान जितनी भी नॉलेज मिली है वह कोशिश कि है अपने शॉप में अप्लाई करें। वहीं हम अपने फूड ग्रिप इक्विपमेंट्स में कुछ हद्द तक क्लोरीन सेनिटाइजर इस्तेमाल कर रहे हैं, जो डिसइंफेक्ट करते है। रजिस्टर्ड फूड ग्रिप सेनिटाइजर इस्तेमाल कर रहे हैं इससे कस्टमर में भी विश्वास पैदा होता है । अभी ट्रायल बेसिस पर होम डिलीवरी शुरू की है :जब से लॉकडाउन हटा है कुछ ट्रायल बेसिस पर होम डिलीवरी शुरू की है। अभी कस्टमर्स में फोबिया है कि कोई शॉप पर मिठाई नहीं खरीदना है। अगर कस्टमर शॉप आने से घबरा रहा है तो मुझे कस्टमर तक पहुंचने के लिए कुछ प्लान करना पड़ेगा और इसलिए निशात कॉलोनी और जहां मैं रहता हूं उस सोसाइटी में एक लिंक के जरिए प्रीपेड होम डिलीवरी की और उसका रिस्पॉन्स भी अच्छा मिल रहा है। - विनय हरवानी, ओनर, मनोहर डेयरी

खाद्य विभाग से अनुमति पर ओनर, गागर स्वीट्स करें सोसाइटी मे सेल

लॉकडाउन की वजह से बहुत कुछ बदल गया है। शॉप से खरीदकर किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहिए। साथ ही मिठाई शॉप्स अगर किसी सोसायटी में आकर सेल करना चाहे तो हर मेंबर की एक कंडिशन होगी कि उन्हें ध्यान रखना होगा की फूड डिपार्टमेंट और सरकार उन मिठाई शॉप की चीजों को मान्यता दे। - बसंत पुरोहित, कोलार निवासी, दिलीप बिल्डकॉन सीनियर मैनेजर

 50 नहीं अब 15 तरह की स्वीट्स की होगी डिलिवरी

न्यू मार्केट, एमपी नगर और दस नंबर की शॉप से मिठाई की होम डिलीवरी जोमेटो और स्विगी के साथ हो रही है। अभी तक 50 तरह की मिठाइयां बनाते थे, लेकिन अब 10 से 15 तरह की सबसे ज्यादा डिमांड वाली मिठाईयां ही बनाएंगे। होम डिलीवरी के अलावा शॉप पर भी मिठाई मिलेगी, लेकिन शॉप के अंदर एंट्री नहीं होगी। सैंपल डिस्प्ले होंगे और कस्टमर के हाथ सेनिटाइज करने और थर्मल स्क्रीनिंग के बाद खरीदारी के लिए प्रोसेस करेंगे। -धर्मेंद्र डेंग, खाद्य विभाग से अनुमति पर ओनर, गागर स्वीट्स

 लॉकडाउन से कॉस्ट में कोई भी परिवर्तन नहीं 

अभी लॉकडाउन के बाद से हमने शॉप से सिर्फ होम डिलेवरी स्टार्ट की है। रोजाना जोमैटो और स्विगी एप के जरिए जितने आर्डर आते हैं उन्हें डिलेवर कर रहे हैं। अभी सिर्फ लिमिटेड मिठाई बना रहे हैं। साथ ही हमने अपनी मिठाई की कॉस्ट में कोई भी परिवर्तन नहीं किए है जैसे रेट लॉकडाउन के पहले थे वैसे ही अभी रखे हैं। अभी हमारी होम डिलेवरी की प्लानिंग कर रहे है। इसमें एक वैन के जरिए एक कॉलोनी से बल्क में आर्डर  मिलेंगे तब उन्हें डिलीवर किया जाएगा। - अमित सोनी, मैनेजर, मिलन स्वीट्स

 स्वीट शॉप एप्रोच करती है तो हम तैयार हैं

सोसाइटी में पिछले एक दो  हफ्तों से बेकरी आइटम्स आने लगे हैं। धीरे- धीरे जरूरी चीजों की सेल सोसाइटी लेवल पर स्टार्ट की है। अगर कोई स्वीट शॉप एप्रोच करती है हम तैयार है, वो यहां अपने सेटअप का डेमो दें और मैन्यू कार्ड प्रोवाइड करें। मिठाई की शॉप आकर सोसाइटी में अपनी शॉप लगाएंगी तो एक टाइम डिसाइड कर प्रॉपर सोशल डिस्टेंसिंग और सेनिटाइजर के साथ अपनी शॉप लगा सकते है। दो से तीन दिन पहले उनका मेनू ग्रुप में सर्कु लेट कर देते हैं जो भी आर्डर होगा उन्हें कम्युनिकेट कर दिया जाएगा। -मनोज गुप्ता, जॉइंट सेक्रेटरी, पारस सिटी सोसाइटी