अतीक-अशरफ के शव दफन, आरोपी 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में
प्रयागराज। माफिया अतीक और अशरफ अहमद के शवों को रविवार को प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दफना दिया गया। हत्या के आरोपी तीनों युवकों को प्रयागराज की कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। दूसरी ओर, पूरे प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। राजनीतिक दलों के मुख्यालयों पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अतीक और अशरफ के जनाजे में अतीक के दो नाबालिग बेटे और अशरफ की बेटियों के अलावा करीबी रिश्तेदार शामिल हुए। दोनों बेटों को बाल सुधार गृह से कब्रिस्तान ले जाया गया था। अतीक की पत्नी शाइस्ता भी कब्रिस्तान पहुंची। शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम था और फरार थी। पुलिस ने अतीक की पत्नी शाइस्ता के कब्रिस्तान पहुंचने की बात का खंडन किया है। इधर, प्रयागराज की जिला अदालत में तीनों हमलावरों की पेशी हुई। अदालत ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है।
अतीक को आठ गोली लगीं थी
अतीक और अशरफ के शवों के पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, अतीक को आठ गोलियां लगी थीं, जबकि अशरफ को पांच।
जांच समिति दो माह में रिपोर्ट करेगी पेश
हत्या के संबंध में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच समिति दो महीने में सरकार को रिपोर्ट देगी। समिति की अध्यक्षता इलाहाबाद एचसी के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी करेंगे। सेवानिवृत्त आईपीसी अधिकारी सुबेश कुमार सिंह और सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश बृजेश कुमार सोनी भी समिति में शामिल हैं।
तुर्की की जिगाना पिस्टल से हुई थी हत्या
तुर्की में बनी जिगाना एक आटोमेटिक पिस्टल है। इसी से अतीक और अशरफ की हत्या की गई। 16 सेकेंड तक 10 राउंड गोलियां चलाई गई थी। भारत में ज्यादातर जिगाना 9 एमएम पिस्टल का इस्तेमाल होता है। इसमें 15 कारतूस लोड होते हैं। इसके अलावा मौके से इटालियन पिस्टल भी बरामद की गई।
ओवैसी ने उठाए सवाल
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी सरकार से कई सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि जब पुलिस के पास बंदूक थी तो हमलावरों पर क्यों नहीं चलाई गई। उन्होंने लचर कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की भी मांग की।
राउत ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
शिवेसना (उद्धव ठाकरे) नेता संजय राउत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक हत्या हुई और धारा 144 लगा दी गई है। यह सरकार ने किया है। लेकिन, पुलिस की मौजूदगी में यह घटना हुई, जिसके चलते यह गंभीर मामला है।
मप्र : सीएम सहित VVIP लोगों की सुरक्षा हुई सख्त
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद मप्र में मुख्यमंत्री सहित अन्य अति विशिष्ट लोगों की सुरक्षा और चाक-चौबंद कर दी गई है। ऐसे लोगों की सुरक्षा व्यवस्था की नए सिरे से समीक्षा की जा रही है।