ग्रह-नक्षत्रों के प्रभाव से होने वाली बीमारियों के लिए मददगार होगा ज्योतिष
इंदौर। ज्योतिष विद्या की मदद से इंसान को होने वाली बीमारियों के बारे में आसानी से पता लगाया जा सकता है। इतना ही नहीं, जिन ग्रह-नक्षत्रों के प्रभाव से ऐसा होगा, उनसे राहत मिले... इसका उपाय भी किया जा सकेगा। ज्योतिषीय गणना से हर शख्स का वर्तमान, भूतकाल व भविष्य जानना आसान होता है। ज्योतिषाचार्य डॉ. गीतांजलि दुबे बताती हैं कि नक्षत्रों के आधार पर सब कुछ पता लग जाता है। कई बार बच्चे की आयु अल्पायु होती है... ऐसे में दिक्कतें बढ़ सकती हैं। यही कारण है कि पुराने जमाने से लोगों ने एक सिस्टम-सा बना दिया कि जब तक बच्चे की उम्र 12 साल की न हो, उसका भविष्य न देखा जाए।
ग्रह-नक्षत्र का अलग प्रभाव- गीतांजलि के अनुसार जन्म लेते ही इंसान का जुड़ाव सभी ग्रहों से हो जाता है... ऐसे में जब कभी भी इन ग्रहों की चाल या स्थिति में बदलाव आता है तो यह अपना प्रभाव छोड़ते हैं। यह कोई ढोंग-ढकोसले की बात नहीं है, यह हकीकत है। किसी नक्षत्र के पॉवरफुल होने पर कुछ बीमारियां जीवनपर्यंत नहीं हो पातीं।
बीमारियां जिनका लगता है पता- जानलेवा कैंसर, लीवर, किडनी, हार्ट, ट्यूमर, पेट से संबंधित बीमारियां, घुटना, रीढ़ की हड्डी यह सब कुछ जन्म समय में ही नहीं, उसके बाद भी कभी भी पता किया जा सकता है। ग्रहों के आधार पर होने वाली बीमारियों से ग्रह-नक्षत्र के माध्यम से आसानी से बचाव भी संभव है।
ज्योतिषविद् करेंगे चर्चा- तीन अप्रैल को शहर में होने वाले ज्योतिष सम्मेलन के लिए देशभर से 140 के करीब विद्वान आ रहे हैं, जो नखराली ढाणी में इस पर चर्चा करने के साथ इसे लोगों तक कैसे ले जाएं... इस पर विचार करेंगे।