अनूप-मुन्ना को किनारे करते ही फूटा आक्रोश, ग्वालियर पूर्व से माया सिंह-दक्षिण से नारायण सिंह को मिला मौका
ग्वालियर। भाजपा की पांचवीं सूची आने के बाद पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा व बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल को किनारे कर दिया है। जिसके बाद ग्वालियर पूर्व से पूर्व मंत्री माया सिंह व दक्षिण से पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को मौका दिया गया है। इसके बाद टिकट से वंचित रहने वाले पार्टी नेताओं के बागी होने की आशंका बढ़ गई है, साथ ही यह माना जा रहा है कि बसपा व आप प्रत्याशियों के रूप में अपनों के बागी होने पर सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि दोनों दलों ने अभी तक अपने ज्यादातर प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की है। हालांकि ग्वालियर पूर्व से मुन्नालाल गोयल, दक्षिण से पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा व ग्वालियर ग्रामीण से मदन कुशवाह टिकट की दौड़ में पिछड़ गए हैं। विधानसभा चुनाव के चलते भाजपा द्वारा पांचवीं सूची में 92 नामों की घोषणा की गई है, जिसमें केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के परिजन व ग्वालियर पूर्व विधानसभा से पूर्व मंत्री माया सिंह को 72 साल की उम्र होने के बाद भी चुनाव मैदान में उतारा गया है। हालांकि इस सीट से सिंधिया समर्थक मुन्नालाल गोयल प्रबल दावेदार थे। इसी क्रम में ग्वालियर दक्षिण विधानसभा में 2018 में प्रतिद्वंद्वी रह चुके कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक के सामने भाजपा ने पुन: पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को मौका दिया है। जबकि इस सीट पर पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा बीते कई महीनों से सक्रिय होकर अपनी दावेदार कर रहे थे और पूर्व मंत्री नारायण सिंह भी 2018 के चुनाव में पूर्व मेयर समीक्षा गुप्ता के बागी होने के बाद मात्र 121 वोटों से हार गए थे।
दक्षिण, ग्रामीण व पूर्व में बागी हैं आप-बसपा के संपर्क में
ग्वालियर दक्षिण में पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, ग्वालियर पूर्व में बीज निगम अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल व ग्रामीण में मदन कुशवाह द्वारा टिकट की दावेदारी की जा रही थी। जानकारों का कहना है कि कई नाराज नेता बसपा व आप के संपर्क में हैं। इसलिए दोनों दलों ने ज्यादातर क्षेत्रों की सूची घोषित नहीं की है। पहले बागी होकर पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह की हार का प्रमुख कारण बनने वाली पूर्व मेयर समीक्षा गुप्ता ने पार्टी परिवार में रहने की बात कही है।
अनूप-मुन्ना समर्थकों की पार्टी नेताओं के खिलाफ नारेबाजी, लगाया जाम
भाजपा की पांचवीं सूची में ग्वालियर दक्षिण से दावेदारी कर रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी के भांजे पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा व ग्वालियर पूर्व से सिंधिया समर्थक बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल का टिकट कटते ही आक्रोश का गुबार फूट गया है। जिसके चलते दोनों नेताओं के समर्थकों ने टिकट न देने की खबर लगते ही ंिसंधी कॉलोनी व बारादरी चौराहा पर बड़ी संख्या में पहुंच गए। जहां पार्टी की रीति-नीति से नाराज कार्यकर्ताओं ने अपने ही नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं मुरार में मुन्नालाल समर्थकों ने बारादरी चौराहा पर जाम लगा दिया।
ग्वालियर की 6 में से 4 सीटों पर सिंधिया समर्थक
ग्वालियर जिले की 6 विधानसभा सीटों में से ग्वालियर में प्रद्युम्न सिंह तोमर, ग्वालियर पूर्व में माया सिंह, डबरा में इमरती देवी, भितरवार में मोहन सिंह राठौर को केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कोटे से टिकट मिला है। जबकि केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के समर्थक उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह को ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से एक मात्र टिकट दिया है। जबकि ग्वालियर दक्षिण से पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह संगठन का टिकट बताया जा रहा है।
परिवारवाद के चलते जयसिंह ने दिया इस्तीफा
भाजपा की सूची आने के बाद राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है, यही कारण है कि केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के करीबी व पूर्व साडा अध्यक्ष जय सिंह कुशवाह ने ग्वालियर पूर्व से माया सिंह व ध्यानेन्द्र सिंह को 10वीं बार टिकट देने पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
प्रवीण पाठक ने की निगमायुक्त से शिकायत
ग्वालियर दक्षिण से विधायक व कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण पाठक ने एक बार फिर नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल कर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को शिकायत की है। जिसमें उन्होंने निगमायुक्त हर्ष सिंह को भाजपा के एजेंट के तौर पर पक्षपातपूर्ण कार्य करने का आरोप लगाया गया है। साथ ही अमृत योजना में खुदाई, स्ट्रीट लाइटें खराब होने, सफाई व्यवस्था को लेकर जनता में आक्रोश होने की बात कही है। उन्होंने कहा ये सारे काम जानबूझकर जनता को परेशान करने व भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए किए जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि विवाद की असली वजह वार्ड-34 में जिम न लगने देना है।