एंकर क्रिस्टीना ने मुश्किल हालातों से जूझकर अपनी हिम्मत से बनाया मुकाम

एंकर क्रिस्टीना ने मुश्किल हालातों से जूझकर अपनी हिम्मत से बनाया मुकाम

एंकरिंग फील्ड में भोपाल की क्रिस्टीना फ्रांसिस अपनी एक पहचान बना चुकी हैं। कापोर्रेट, फैशन और डेस्टिनेशन वेडिंग के एरिया में ही एंकरिंग करने वाली क्रिस्टीना का बचपन आम बच्चों की तरह आसान नहीं था, क्योंकि मेरे पिता रॉबर्ट फ्रांसिस मोंट फॉर्ट स्कूल में ड्राइवर रहे और मां वेरोनिका फ्रांसिस होममेकर। क्रिस्टीना कहती हैं, हम तीन भाई-बहन हैं और पापा इतना ही कमा पाते थे जिससे हमारी रोजमर्रा की जरूरतें और स्कूल की फीस जमा हो सके। महीनों हमारी स्कूल की फीस जमा नहीं हो पाती थी। कई बार घर में खाने तक को नहीं होता था, लेकिन मेरा सपना था कि मुझे कुछ बनना है इसलिए अपनी पढ़ाई पर ध्यान देती रही। मैंने बीफार्मा में एडमिशन लिया लेकिन पहले ही सेमेस्टर में मुझे कोर्स छोड़ना पड़ा क्योंकि पापा फीस जमा नहीं कर पा रहे थे, मैं उनकी स्थिति समझती थी तो मैंने सोचा कि खुद जॉब करके अपनी पढ़ाई करूंगी। मेरे दोस्तों ने कहा कि इंग्लिश में μलुएंसी अच्छी है तो क्यों न इवेंट लाइन में ट्राय करो, लेकिन इससे पहले मैंने कॉल सेंटर में जॉब किया और फिर इवेंट्स फील्ड में आई।

1.75 लाख रुपए की चीटिंग हुई मेरे साथ

इस दौरान मैंने 1.75 लाख रुपए इकठ्ठे करके एयरहोस्टेज एकेडमी जॉइन की लेकिन मेरा दुर्भाग्य देखिए वो एकेडमी ओनर सभी का पैसा लेकर भाग गया। मेरे लिए यह सदमा था क्योंकि मैंने दिन-रात मेहनत करके फीस जमा की थी। निराशा तो हुई लेकिन फिर हिम्मत बांधी और एंकरिंग का काम जारी रखा जो काफी अच्छा कॅरियर बनकर सामने आया और मेरी अच्छी इंकम होने लगी।

छवि को लेकर सचेत रहती हूं

कुछ समय पहले मैंने बीजेएमसी कोर्स पूरा किया है ताकि मेरे पास एक प्रॉपर डिग्री हो। अब मैंने अपने लिए एक μलैट लिया है और अपने अपैरल ब्रांड पर काम कर रही हूं। मेरे पास मॉडलिंग के आॅफर्स आते है, लेकिन मैं सिर्फ ब्राइडल कैटलॉग के लिए शूट करती हूं क्योंकि मैं अपनी छवि को लेकर बहुत सचेत रहती हूं।