कोरोना का अमेरिकी वैरिएंट केरल में मिला

कोरोना का अमेरिकी वैरिएंट केरल में मिला

नई दिल्ली। भारत में सर्दी बढ़ने के साथ ही कोरोना के मरीजों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। देश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 1 हजार से अधिक हो गई है। हर दिन एक्टिव मामलों में इजाफा हो रहा है। कुछ सप्ताह पहले एक्टिव केस 500 से कम थे, लेकिन दिसंबर में यह आंकड़ा बढ़कर 1,185 पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में देश में 237 नए मामले दर्ज किए गए हैं। देश में कोरोना के सबसे ज्यादा केस केरल से आ रहे हैं। केरल में बीते सप्ताह कोरोना के करीब 900 मामले दर्ज किए गए हैं। इस समय देश में कोरोना के कुल मामलों में से 90 फीसदी से ज्यादा सिर्फ केरल से ही आ रहे हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि मरीजों में हल्के लक्षण मिल रहे हैं। बता दें, अमेरिका में हाल ही में कोरोना के सब-वैरिएंट खठ.1 ने टेंशन पैदा की थी, वह अब यह वैरिएंट केरल में भी मिला है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार केरल में नए वैरिएंट के मरीज बढ़ने की संभावना है। यह वैरिएंट पहली बार अगस्त 2023 में यूरोप में डिटेक्ट हुआ। इसके बाद इंग्लैंड, आइसलैंड, फ्रांस और अमेरिका में मरीज मिलने लगे।

इधर पूर्व एशिया में बढ़ी टेंशन, एयरपोर्ट पर लागू किए गए कड़े नियम

इधर दक्षिण पूर्व एशिया में सरकारें कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठा रही हैं। कई जगहों पर कोरोना को नियंत्रित करने के लिए पुराने उपायों को वापस लागू करने का फैसला किया है, जिसमें एयरपोर्ट पर तापमान स्कैनर और लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिंता जाहिर की है कि साल के अंत में यात्रा और त्योहारी सीजन के चलते कोरोना के केस बढ़े हैं। वहीं इंडोनेशिया में कुछ स्थानों पर जांच के लिए थर्मल स्कैनर लगाए गए। इनमें जकार्ता का इंटरनेशनल एयरपोर्ट और बाटम नौका टर्मिनल शामिल हैं। वहीं मलेशिया में भी सख्ती की गई है।