सत्ता-संगठन में नियुक्ति न करने पर हंगामा माल लेकर पोस्टिंग कराने के लगाए आरोप
ग्वालियर। आखिर भाजपा कार्यकर्ताओं का सत्ता-संगठन में नियुक्ति न करने को लेकर गुबार फूट बैठा। जिसके चलते वार्ड 50 की बूथ विस्तार बैठक में कार्यकर्ताओं ने 20-25 साल से काम करने के बदले अनदेखी व पैसा देने वालों की नियुक्ति पार्टी में कराने के आरोप लगाए। हालांकि हंगामे के बाद बैठक में शामिल होने वाले मुरारी मित्तल व निशीकांत मोघे ने कार्यकर्ताओं को शांत करने के लिए नाराजगी सुनी।
गुरुवार को वार्ड क्रमांक 50 के लगभग आधा सैकड़ा कार्यकर्ताओं के साथ श्रीराम पैलेस में बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें मंडलाध्यक्ष सतीश साहू के आते ही वार्ड के पुराने कार्यकर्ता रामकुमार झा, सोनू मिश्रा व त्रिलोक राठौर सहित अन्य ने वर्षों से अनदेखी व नियुक्ति न होने के अलावा वार्ड के कार्यकर्ताओं को छोड़कर बाहरी व्यक्ति अनिल सांखला को पार्षद प्रत्याशी बनाने पर जीत दिलाने के बाद अनदेखी का गुबार फूट बैठा और उन्होंने मंडलाध्यक्ष पर पैसा लेकर नियुक्ति के लिए सिफारिश करने वाले पत्र लिखने के आरोप लगाए।
साथ ही संगठन व सत्ता स्तर पर तवज्जो न मिलने से आने वाले चुनावों में चुनावी बहिष्कार तक की बात कर डाली। हालांकि मामले का वीडियो बनने के चलते संगठन पदाधिकारियों को खुले रूप से बातचीत करने से दायं-बायं होता देखा गया। जबकि बैठक लेने गए मुरारी मित्तल व निशीकांत मोघे ने नाराज नेताओं की पूरी बात सुनकर समझाइश दी। लेकिन नाराज कार्यकर्ता किसी की भी सुनने को तैयार नहीं थे। जानकारों की मानें तो घटनाक्रम के बाद पार्टी जिलाध्यक्ष अभय चौधरी को भी मौके पर बुलाया गया, लेकिन उन्होंने मोबाइल बंद कर मामले से दूरी बना ली।