वार्ड की समस्याओं पर मुखर हुए सभी पार्षद, वर्षों से जमे अधिकारियों के ट्रांसफर की मांग
जबलपुर। नगर निगम की सामान्य सभा की दूसरे दिन की बैठक बिना हंगामे के संपन्न हुई। हालाकि ढाई बजे चितरंजन वार्ड के पार्षद प्रमोद पटैल की माता जी का स्वर्गवास हो जाने के कारण बैठक 16 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई मगर इस बीच कई पार्षदों ने सदन की विषय सूची अनुसार अपने-अपने वार्डों की समस्याओं पर सदन का ध्यान आकृष्ठ कराया,जिस पर हर पार्षद को महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने जवाब भी दिया। बैठक की शुरूआत में इसी माह सेवानिवृत्त हो रहे राजस्व उपायुक्त पीएन सनखेरे को एक्सटेंशन दिए जाने का मुद्दा उठा।
नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने अन्य विषय में इस मामले को उठाते हुए श्री सनखेरे के बेदाग कार्यकाल का जिक्र करते हुए नगर निगम के राजस्व में उनके योगदान को अंकित करते हुए उन्हें एक्सटेंशन दिए जाने की मांग की। इस पर महापौर सहित अन्य सभी पार्षदों ने सहमति जताई और कहा कि उनके न रहने से टैक्स वसूली से लेकर अन्य कार्य प्रभावित होंगे। नगर निगम में पहले से ही अधिकारियों का टोटा है ऐसे में श्री सनखेरे का जाना ननि के हित में नहीं है। अब सोमवार को उनके एक्सटेंशन का प्रस्ताव एमआईसी की बैठक में पारित करवाकर भोपाल भिजवाया जाएगा।
टैक्स विसंगति दूर करने की मांग
वार्ड नंबर 79 की पार्षद रजनी साहू ने सदन में संपत्तिकर में विसंगति के मामले को उठाया। उन्होंने कहा कि उनका वार्ड ग्रामीण से शहर में आया है,जहां न तो शहर जैसी सुविधाएं हैं न ही विकास कार्य हो रहे हैं। फिर भू-भाड़ा समान क्यों है। उनका कहना है कि यह बहुत बड़ी विसंगति है जिसे जल्द दूर किया जाना चाहिए। श्रीमती साहू की बात से महापौर ने भी सहमति जताई और कहा कि जल्द से जल्द इस विसंगति से ग्रामीण अंचल के वार्डों को राहत दिलाई जाएगी।
ननि को नहीं मिल रहे सर्वेयर
भाजपा पार्षद डॉ सुभाष तिवारी ने नए वार्ड क्र 74 की कई समस्याओं को सदन के समक्ष रखा जिसमें अवैध कॉलोनियों को वैध करने का काम ठंडे बस्ते में किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अवैध कॉलोनियों को वैध किए जाने की शासन की घोषणा के बाद लोग पार्षद के पास पहुंच रहे हैं,लेकिन कॉलोनी सेल के अधिकारी पार्षदों की मांग पर कतई ध्यान नहीं दे रहे हैं। वहां बैठे जिम्मेदारों का कहना है कि हमारे पास सर्वेयर ही नहीं हैं तो कैसे सर्वे करवाएं। इसके अलावा उन्होंने अपने क्षेत्र के मुक्तिधामों की समस्या को भी रखते हुए कहा कि एक शासकीय भूमि जहां पीढ़ियों से अंतिम संस्कार होते आए हैं वहां कब्जा हो गया है और लोगों को शव को लेकर 3 किमी दूर तक जाना पड़ रहा है। तत्काल वहां के अतिक्रमण हटा कर मुक्तिधाम शुरू करने के निर्देश दिए जाएं।
जोनों में की जाए सर्जरी
वरिष्ठ भाजपा पार्षद महेश राजपूत ने एक ही जगह पर बरसों से जमे अधिकारियों का मामला उठाते हुए कहा कि आखिर इन्हें किसका संरक्षण है,शासन का नियम है कि कोई भी अधिकारी 3 साल से ज्यादा पदस्थ नहीं रहेगा तो नगर निगम में 10 से 15 साल से अधिकारी एक ही पद पर कैसे जमे रहते हैं। उन्होंने कुछ अधिकारियों के नाम लेकर उनके खिलाफ लगातार शिकायतों पर भी न हटाए जाने पर आपत्ति की और कहा कि जोनों की सर्जरी की जानी चाहिए। शहर की आधी समस्याएं तो इससे ही खत्म हो जाएंगी।
आप चापलूसों के यहां जाते हैं
भाजपा पार्षद अर्चना सिसोदिया ने महापौर से कहा कि मेरे वार्ड में समस्याएं बहुत हैं मगर उनका निदान बार-बार बोले जाने पर भी नहीं किया जाता। महापौर ने जवाब दिया कि जितनी बार मैं आपके वार्ड में गया हूं उतनी बार आज तक कोई महापौर नहीं गया। इस पर सिसौदिया बोलीं कि मुझे पता ही नहीं चलता की आप कब जाते हैं आप केवल चापलूसों के यहां जाते हैं। इस पर महापौर ने सख्त आपत्ति करते हुए उन्हें उचित भाषा के चयन की नसीहत देते हुए कहा कि इसका मतलब यह है कि आप भी केवल चापलूसों के यहां जाती हैं,जनता को चापलूस मत कहिए।
मेरे पास महापौर हैं
भाजपा पार्षद डॉ सुभाष तिवारी ने कहा कि बार-बार बोलने के बाद भी न अधिकारी सुनते हैं न महापौर तो महापौर ने जवाब दिया कि आपके पास विधायक हैं,सांसद हैं आपकी कौन नहीं सुनेगा। इस पर तिवारी बोले कि मेरे पास महापौर हैं। उन्होंने कहा सांसद और विधायक अपनी जगह हैं मगर नगर विकास महापौर की जिम्मेदारी है।