अलर्ट: आईफ्लू हो रहा बैक, एक बार ठीक होने पर दोबारा हो रहा संक्रमण

अलर्ट: आईफ्लू हो रहा बैक, एक बार ठीक होने पर दोबारा हो रहा संक्रमण

ग्वालियर। आईफ्लू ने सालों बाद ग्वालियर अंचल में काफी कहर बरपाया है, अधिकतर लोग इससे संक्रमित हुए हैं, अगर आप एक बार आईफ्लू से ठीक हो चुके हैं तो सावधान हो जाएं, आप दोबारा आईफ्लू की चपेट में आ सकते हैं। हजार बिस्तर के अस्पताल में नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में हर रोज 20 फीसदी इस प्रकार के पीड़ित आ रहे हैं, जिसमें मरीज को पहले यह संक्रमण हो चुका है और उन्हें दोबारा यह समस्या हो रही है।

हजार बिस्तर के अस्पताल एवं जिला अस्पताल मुरार के नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में 70 से 80 फीसदी मरीज आईफ्लू के पहुंच रहे हैं और इन मरीजों को ठीक होने में पहले पांच दिनों का समय लग रहा था, अब कुछ केस में 10 दिनों तक का समय लग रहा है। इस बारे में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. गजराज गुर्जर ने बताया कि इस संक्रमण की शुरूआत आंखों में आंसू एवं खुजली से होती है, खुजली होने पर कुछ मरीज आंखों को रगड़ लेते हैं, जिसकी वजह से आंखों की नसें फट जाती हैं और आंखों से आंसू अधिक आने लगते हैं और लालपन हो जाता है। इसको ठीक होने में दस दिन तक का समय लग रहा है।

एक महीना और रहेगा संक्रमण प्रकोप

डॉक्टर के मुताबिक आईफ्लू का संक्रमण अभी जिले में बरकरार रहने वाला है और अभी एक महीने यह अपना प्रभाव दिखाएगा। इसके बाद धीरे-धीरे कम हो जाएगा, इसी की वजह से अगर कोई व्यक्ति आईफ्लू से पीड़ित हुआ है और उसे आराम मिल गया है तो उसे कम से कम 15 दिनों तक सावधानी बरतनी चाहिए, खासतौर से छोटे बच्चों एवं बुजुर्गों से दूर रहना चाहिए।

यह बरतें सावधानी

  •  आंखों में खुजली या फिर आंसू आने पर रगड़े नहीं। 
  • आईफ्लू से पीड़ित व्यक्ति चश्मा लगाकर रखें। 
  • हाथ बार-बार धोएं, दूषित हाथों के कारण ही कंजंक्टिवाइटिस फैलता है। 
  • घर में अगर कोई पीड़ित है तो तौलिये जैसी निजी वस्तुओं को साझा करने से बचें।
  • आंखों के लिए इस्तेमाल होने ब्यूटी प्रोडक्ट को एक्सपायर होने की बाद इस्तेमाल न करें। 
  • अपने तकिए के कवर को बार- बार बदलें। 
  • जिन लोगों को आई फ्लू है, उनके करीब जाने से बचें।

आईफ्लू का संक्रमण अब भी जारी है, करीब 20 फीसदी केस इस प्रकार के आ रहे हैं जिन्हें दोबारा इसके चपेट में आए हैं। संक्रमित व्यक्ति को ठीक होने में 10 दिन का समय लग रहा है, लोगों को चाहिए कि आराम मिलने के बाद भी सावधानी बरतने की जरूरत है। -डीके शॉक्य, एचओडी, नेत्र रोग विभाग जीआरएमसी